एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने सुदर्शन रेड्डी को हराया, देश के 15वें उपराष्ट्रपति बनने का मिला सौभाग्य; जानें किसको कितने मिले वोट।

एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने सुदर्शन रेड्डी को हराया, देश के 15वें उपराष्ट्रपति बनने का मिला सौभाग्य; जानें किसको कितने मिले वोट।
September 9, 2025 at 11:39 pm

Vice President Election Results 2025: आज 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही वह देश के अगले उपराष्ट्रपति बनेंगे। आज हुए मतदान में सीपी राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले। जबकि विपक्षी गठबंधन इंडिया के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। इस तरह राधाकृष्णन ने 152 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। दरअसल, उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 767 वोट डाले गए। जिनमें से 752 वैध और 15 अवैध थे।

उपराष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा, “मैं नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन को उनके कार्यकाल की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं देता हूं। हालांकि परिणाम मेरे पक्ष में नहीं है, फिर भी वैचारिक लड़ाई और अधिक जोश के साथ जारी रहेगी।”

प्रधानमंत्री मोदी ने किया सबसे पहले मतदान

आज उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, किरेन रीजीजू, अर्जुन राम मेघवाल और एल. मुरुगन के साथ संसद भवन के कमरा संख्या 101 में अपना मतदान किया। शुरुआत में मतदान करने वालों में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव और सैयद नासिर हुसैन शामिल थे।

उपराष्ट्रपति पद के दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से थे

उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव के दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से थे। यह एक संयोग मात्र था। राधाकृष्णन तमिलनाडु से जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए यह चुनाव संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद हुआ। धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने से कई राजनीतिक अटकलें लगाईं गईं थीं। पीएम मोदी के बयान के अनुसार, उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था। हालांकि, उनका कार्यकाल अभी 2 साल बचा हुआ था।