ट्रंप ने H-1B वीजा फीस में की 10 गुना से ज्यादा वृद्धि, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा ने वीजा धारकों को अमेरिका वापस लौटने का दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम।

ट्रंप ने H-1B वीजा फीस में की 10 गुना से ज्यादा वृद्धि, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा ने वीजा धारकों को अमेरिका वापस लौटने का दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम।
September 20, 2025 at 8:58 pm

H1B Visa Fee Increased To $100K: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस को लगभग 10 गुना बढ़ाते हुए 1 लाख डॉलर कर दिया है। इस वीजा फीस की वृद्धि से भारत को तगड़ा झटका लगा है, क्योंकि लगभग अमेरिका में 70% H-1B वीजा धारक भारतीय हैं। ट्रंप के इस आदेश के बाद कई भारतीयों की नौकरियों पर खतरा मंडरा गया है।

ट्रंप सरकार का H-1B वीजा का नया नियम क्या है?

ट्रंप सरकार द्वारा H-1B वीजा नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नियम के अनुसार, H-1B वीजा धारक लोगों को अमेरिका में 21 सितंबर को 12.01 बजे EDT यानी भारतीय समयानुसार 9.31 बजे से पहले अमेरिका में प्रवेश करने के लिए कहा गया है। अगर कोई भी H-1B धारक कर्मचारी इस निर्धारित समय तक अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाता तो उसे अमेरिका में करने की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी, जब तक वीजा की बड़ी हुई फीस ($100,000) का भुगतान नहीं किया जाता।

H-1B वीजा फीस वृद्धि का असर

ट्रंप द्वारा H-1B वीजा फीस वृद्धि का सबसे बड़ा असर भारतीय आईटी कंपनियों पर पड़ेगा। इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो जैसी कंसल्टेंसी कंपनी भारतीयों को एच-1बी वीजा पर अमेरिका काम करने भेजती हैं। अब इसी चीज के लिए इन कंपनियों को अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। इस वजह से कई भारतीय अपनी नौकरी भी गंवा सकते हैं।

अमेरिकन एयरलाइंस ने बढ़ाया किराया

ट्रंप सरकार द्वारा H-1B वीजा शुल्क में भारी वृद्धि करने के बाद सभी कंपनियों ने अपने अपने H-1B वीजा धारक कर्मचारियों को बुलाना शुरू कर दिया। 24 घंटे के भीतर अमेरिका लौटने के अल्टीमेटम के मद्देनजर सभी अपनी फ्लाइट टिकट बुक करने लगे। भारी डिमांड देखते हुए अमेरिका एयरलाइंस ने भारत से अमेरिका के किराए में बेतहाशा वृद्धि कर दी है।