तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) के कार्यालय में शुक्रवार को हड़कंप मच गया, जब वहां एक बम धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत पूरे परिसर को खाली कराया और जांच शुरू कर दी।
बम निरोधक दस्ते की जांच में नहीं मिला कोई विस्फोटक
पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) और डॉग स्क्वाड को मौके पर बुलाया गया। टीमों ने कार्यालय के हर हिस्से की तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली।
जांच के बाद पुलिस ने पुष्टि की कि यह धमकी झूठी (hoax) थी।
हाल के हफ्तों में मिली हैं कई झूठी धमकियां
चेन्नई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने में शहर में 20 से अधिक झूठी बम धमकियां मिल चुकी हैं। सभी मामलों में ईमेल फर्जी आईडी से भेजे गए थे।
अधिकारियों का कहना है कि इन ईमेलों को भेजने वालों का पता लगाने के लिए IP एड्रेस और साइबर डेटा की जांच की जा रही है।
राजनीतिक और मीडिया संस्थान भी बने निशाना
पुलिस के अनुसार, इन धमकियों में सिर्फ PTI ही नहीं बल्कि कई अन्य संस्थान और प्रमुख व्यक्ति भी निशाने पर रहे हैं।
इनमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन (M.K. Stalin) का कार्यालय और आवास, BJP का राज्य मुख्यालय कमलालयम, अभिनेता विजय का घर, और तमिल न्यूज चैनल ‘पुथिया थलैमुराई’ का दफ्तर भी शामिल हैं।
जांच जारी, पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
चेन्नई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है और साइबर टीम इन धमकियों के स्रोत का पता लगाने में जुटी है।
साथ ही, शहर के प्रमुख सरकारी व निजी कार्यालयों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध सूचना को तुरंत पुलिस को दें और अफवाहों से बचें।
पुलिस का बयान
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा,
“हमें PTI कार्यालय से बम धमकी की सूचना मिली थी। जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। यह एक झूठी धमकी थी, लेकिन हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं और अपराधियों की तलाश जारी है।”
निष्कर्ष:
चेन्नई में PTI कार्यालय को मिली बम धमकी भले ही झूठी साबित हुई हो, लेकिन इससे एक बार फिर शहर की सुरक्षा व्यवस्था और साइबर अपराधों की गंभीरता पर सवाल उठे हैं।
पुलिस फिलहाल सतर्क है और नागरिकों से सहयोग की अपील कर रही है।