प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए दो नई योजनाएं शुरू कीं — प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना और दालों में आत्मनिर्भरता मिशन। इन दोनों योजनाओं की कुल लागत ₹35,440 करोड़ रखी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना, फसलों की उत्पादकता में सुधार लाना और भारत को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
राष्ट्रीय किसान दिवस का महत्व
हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि किसानों के योगदान को सम्मानित किया जा सके। यह दिन भारतीय कृषि की रीढ़ — हमारे मेहनती किसानों — को समर्पित है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों का परिश्रम ही देश की अर्थव्यवस्था की सबसे मजबूत नींव है।
उन्होंने कहा —
“किसानों की मेहनत ने आज भारत को विश्व में खाद्य सुरक्षा का प्रतीक बनाया है। यह हमारा दायित्व है कि हम उन्हें बेहतर सुविधाएं, बेहतर दाम और आधुनिक तकनीक दें ताकि वे और सशक्त बनें।”
किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि ये योजनाएं देश के करोड़ों किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि सरकार 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करके कृषि क्षेत्र को मजबूती देगी। यह घोषणा भारत रत्न जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख की जयंती के अवसर पर भी की गई, जिन्हें ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भर भारत के प्रेरणा स्रोत के रूप में जाना जाता है।
पिछली सरकारों पर पीएम मोदी का हमला
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों, विशेष रूप से कांग्रेस पर, तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा —
“पिछली सरकारों ने कृषि क्षेत्र को नजरअंदाज किया। उनके पास कोई विज़न नहीं था, विभागों में तालमेल नहीं था, जिसके कारण देश का कृषि तंत्र कमजोर होता गया।”
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने इस स्थिति को बदला है और बीज से लेकर बाज़ार तक कृषि सुधार किए हैं।
मोदी सरकार की कृषि उपलब्धियां
प्रधानमंत्री ने 2014 के बाद से हुए कई प्रमुख बदलावों का उल्लेख किया, जिनमें शामिल हैं —
नई योजनाओं की मुख्य बातें
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (₹24,000 करोड़)
दालों में आत्मनिर्भरता मिशन (₹11,440 करोड़)
नया विज़न, नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन योजनाओं से कृषि क्षेत्र में निवेश, सुधार और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। यह कार्यक्रम किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में एक और बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा,
“हमारा लक्ष्य है कि भारत का हर किसान समृद्ध हो और देश आत्मनिर्भर बने। यही नया भारत है — जो अपने किसानों की ताकत से आगे बढ़ रहा है।”