October 14, 2025 at 12:41 pm
वृंदावन के विख्यात संत श्री प्रेमानंद जी महाराज की स्वास्थ्य स्थिति ने हाल-फिलहाल सोशल मीडिया और जनमानस में चिंता की लहर बढ़ा दी है। एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उनका चेहरा सूजा और लाल दिखाई दे रहा था, जिससे उनकी सेहत को लेकर अटकलें लगने लगीं।
लेकिन इस पर उनकी आश्रम ने प्रतिक्रिया व्यक्त की और कई मीडिया रिपोर्टों ने संतुलन बनाने का प्रयास किया है। आइए अब इस पूरे प्रकरण का एक संयोजित विवरण देखें:
1. आश्रम का बयान और अफवाहों का खंडन
- आश्रम की आधिकारिक प्रतिक्रिया: प्रेमानंद महाराज के आश्रम—श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम परिकर श्रीधाम वृंदावन—ने स्पष्ट किया है कि महाराज की सेहत “ठीक” है सोमवार को आश्रम से बाहर निकले और भक्तों को दर्शन दिए, क्योंकि उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। उन्होंने अपनी नियमित सुबह की पदयात्रा को स्वास्थ्य कारणों से कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया था, लेकिन अब भक्तों को आश्रम में दर्शन दे रहे हैं।
- उन्होंने भक्तों से अपील की है कि भ्रामक या बिना पुष्टि की गई जानकारी न फैलाएँ और अफवाहों पर ध्यान न दें।
- आश्रम ने यह भी बताया कि वायरल हो रही कुछ फुटेज या वीडियोज़ पुराने हैं, जिनसे भ्रम फैलाया जा रहा है।
2. स्वास्थ्य इतिहास और चिकित्सा विवरण
- किडनी रोग और डायलिसिस: यह तथ्य लगभग सार्वजान्य हो चुका है कि महाराज दोनों किडनियों की असमर्थता (kidney failure) से वर्षों से पीड़ित हैं।
- नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें अब सप्ताह में 5 दिन डायलिसिस चलती है
- कुछ मीडिया रिपोर्टों का दावा है कि महाराज दिन-भर की डायलिसिस (daily dialysis) करवा रहे हैं।
- हालांकि, यह विवादित है कि क्या महाराज की वर्तमान आवश्यकता “पांच दिन” से बढ़कर रोज़ाना डायलिसिस हुई है। आश्रम एक ओर कहता है कि स्वास्थ्य स्थिति सामान्य है, दूसरी ओर रिपोर्टों में बढ़ी हुई चिकित्सा देखी जाती है।
- एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा है कि उन्हें यह बीमारी 2006 से है।
- क्रिकेट उद्योगपति राज कुंद्रा ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि महाराज पिछले लगभग 20 वर्षों से दोनों किडनियों की विफलता के साथ जीवन यापन कर रहे हैं और प्रतिदिन 5 घंटे की डायलिसिस ले रहे हैं।
- राज कुंद्रा ने यह भी कहा कि उन्होंने महाराज को किडनी दान करने की पेशकश की, हालांकि महाराज ने यह स्वीकार नहीं किया। उनका तर्क था कि वे किसी को कष्ट नहीं देना चाहते।
- एक अन्य रिपोर्ट में यह दावा है कि महाराज को पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD) है — एक आनुवंशिक रोग जिसमें किडनियों में सिस्ट बन जाती हैं और क्रियाशीलता धीरे-धीरे गिरती है।
3. महाराज की अपनी बातें भावनात्मक उद्घोष
- एक वीडियो में महाराज ने कहा:
“दोनों किडनी फेल हैं, ठीक क्या होना है अब तो जाना है
- उसी बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि “अभी ठीक होने को कुछ नहीं बचा” — यह वाक्य सोशल मीडिया पर भारी चर्चा में रहा।
- दूसरी ओर, एक वायरल वीडियो में उन्हें हँसते हुए देखा गया है, जिससे भावनात्मक रूप से भक्तों को राहत मिली कि शायद स्थिति में सुधार हो रहा है।
4. भक्तों की प्रतिक्रिया और सार्वजनिक समर्थन
- एक मुस्लिम भक्त, सुफीयान इलाहाबादी, ने मदीना से हाथ उठाकर उनकी त्वरित स्वास्थ्य लाभ की दुआ की, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई।
- इस घटना को साम्प्रदायिक सद्भाव का प्रतीक माना गया — यह दिखाता है कि आध्यात्मिक विश्वास धर्म-सीमाओं से परे पहुँच सकता है।
- अन्य नामी हस्तियों जैसे विराट कोहली, अनुष्का शर्मा आदि ने भी महाराज से मुलाकातें की हैं, और उनका स्वास्थ्य विषय चर्चाओं में रहा है।
- भक्तों ने भावुक पोस्ट लिखे कि महाराज की मुस्कान ने उनके दिलों को छू लिया।
5. विवाद और तथ्य-पड़ताल
- एक फैक्ट चेक रिपोर्ट (India TV) ने दावा किया है कि सोशल मीडिया पर फैल रही खबरें महाराज अस्वस्थ या जीवन संकट की स्थिति की हैं, वे सभी गलत और भ्रामक हैं। उनके अनुसार, महाराज स्वस्थ हैं और वर्तमान जो वीडियो वायरल हो रही है, वह चार साल पुरानी है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, उनकी पादयात्रा स्थगन का कारण स्वास्थ्य नहीं बल्कि आश्रम में स्थानांतरण है — पहले वे श्रीकृष्ण शरणम आश्रम से पैदल चलकर राधा केली कुञ्ज आते थे। अब वे सीधे उसी आश्रम में रह रहे हैं इसलिए दैनिक पैदल यात्रा बंद कर दी गई है।
- अन्य रिपोर्टों में इस चिकित्सा कठिनाई और मीडिया रिपोर्ट की असमानता को भी उजागर किया गया है।
निष्कर्ष एवं आज की स्थिति
मौजूदा समय में, प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य एक जटिल और संवेदनशील विषय बना हुआ है।
- एक ओर आश्रम व ठीक-जानकारी द्वारा यह कहा जा रहा है कि उनकी स्थिति सामान्य है और वे अपनी दिनचर्या जारी रखे हुए हैं।
- दूसरी ओर, कई मीडिया रिपोर्ट और भक्तों की जानकारी दर्शाती है कि महाराज को गंभीर किडनी रोग है, उन्हें नियमित डायलिसिस की आवश्यकता है और उनकी स्थिति समय-समय पर तनावपूर्ण बनी हुई है।
- सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो या फोटोग्राफ की विश्वसनीयता संदिग्ध है — कई उदाहरण पुरानी सामग्री का उपयोग कर वर्तमान संदर्भ बना दिए गए हैं।
- आश्रम ने विशेष रुप से निवेदन किया है कि भक्त, अनुयायी और जनमानस अफवाहों से अलग रहें और केवल विश्वसनीय स्रोतों की पुष्टि पर आधारित खबरें स्वीकार करें।
- यदि उनकी स्वास्थ्य स्थिति आगे और बिगड़े या सुधरे, तो संभव है कि भविष्य में उन्हें किडनी प्रत्यारोपण (transplant) की आवश्यकता हो — जैसा कि डॉक्टरों ने सुझाव दिया है।