केंद्र सरकार ने “GST बचत उत्सव 2025” कार्यक्रम के तहत नए जीएसटी ढांचे के प्रभावों को उजागर किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल और सूचना-प्रौद्योगिकी तथा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज दीवानगर (धनतेरस) की पूर्व संध्या पर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि कैसे इस सुधार से उपभोक्ताओं को राहत, बाजार को गति और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ीकरण मिलेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य बातें
अर्थव्यवस्था– और उपभोक्ता–प्रभाव
उपभोक्ता खर्च में तेज़ी आने की संभावना है, जिससे खुदरा ऋण मांग भी बढ़ी है। बैंकिंग स्रोतों ने बताया कि बड़े टिकट वाले उपकरणों तथा मोटर वाहनों की वित्तपोषण में बढ़ोतरी हुई है।
विश्लेषकों का कहना है कि अगर यह प्रवृत्ति बनी रही, तो इस वित्तीय वर्ष में बैंकिंग क्रेडिट वृद्धि पूर्वानुमानों के 10-12 % से ऊपर भी जा सकती है।
अगले कदम एवं चुनौतियाँ
हालाँकि यह सुधार उत्साहजनक है, सरकार ने यह माना कि “कर लाभ उपभोक्ताओं तक पहुँचने” तथा “व्यापारियों द्वारा दरें कम करने” के बीच असममितियों पर निगरानी ज़रूरी है। यह भी कहा गया कि सुधार को ठोस परिणाम देने के लिए समय और समन्वित क्रियावली दोनों की आवश्यकता होगी।