सनातन धर्म में हर माह का अपना विशेष आध्यात्मिक महत्व है। भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना मार्गशीर्ष माह अब शुरू हो चुका है। इसे हिंदू पंचांग का नौवां महीना तथा ‘अगहन मास’ भी कहा जाता है। धर्मग्रंथों में बताया गया है कि इस पवित्र महीने में किए गए जप, दान और स्नान से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस माह में तुलसी पूजा का विशेष महत्व होता है। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि मार्गशीर्ष में माता तुलसी की रोजाना पूजा करने से पापों का क्षय होता है और घर में सौभाग्य बढ़ता है। इस दौरान तुलसी से मिलने वाले कुछ प्राकृतिक संकेत बेहद शुभ माने जाते हैं।
मार्गशीर्ष माह कब तक चलेगा?
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष महीने की शुरुआत
6 नवंबर 2025 (गुरुवार) से हो गई है।
इसका समापन 4 दिसंबर 2025 को मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर होगा।
यह पूरा महीना जप, ध्यान और आध्यात्मिक साधना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
मार्गशीर्ष में घर में स्वतः तुलसी उगना – क्या संकेत?
यदि मार्गशीर्ष मास में बिना लगाए ही घर में तुलसी का पौधा उग आए तो इसे अत्यंत शुभ संकेत माना जाता है। माना जाता है कि यह बाल गोपाल (लड्डू गोपाल) की विशेष कृपा का प्रतीक है।
ऐसा होने पर शास्त्र कहते हैं:
तुलसी पर अचानक मंजरी आना — शुभ लक्षण
यदि तुलसी पर मौसमी समय से पहले या अप्रत्याशित रूप से मंजरी (फूल) निकल आए तो यह भी अत्यंत शुभ माना जाता है।
इसके संकेत:
अगर तुलसी का पौधा सूखने लगे तो?
तुलसी में माता लक्ष्मी का वास माना गया है। अत: तुलसी का हरा-भरा रहना घर में धन, सौभाग्य और नारायण कृपा का प्रतीक है।
लेकिन यदि तुलसी का पौधा मुरझाने लगे, तो शास्त्रों में इसे अशुभ संकेत माना गया है।
इसके प्रभाव: