देशभर में 14 नवंबर को मनाए जाने वाले बाल दिवस (Children’s Day) को लेकर तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मनाया जाने वाला यह दिन बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और उनके समग्र विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से समर्पित है।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, भोपाल, जयपुर, पटना, लखनऊ सहित कई शहरों के स्कूलों में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है। शिक्षक बाल दिवस के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, पेंटिंग प्रतियोगिता, खेल गतिविधियाँ, कहानी सत्र, क्विज़ और विज्ञान प्रदर्शनियों की तैयारी कर रहे हैं।
कई स्कूलों में इस वर्ष ‘नो–बैग डे‘ आयोजित करने की योजना है, जिसमें बच्चे बिना शैक्षणिक दबाव के खेल, रचनात्मक गतिविधियों और कौशल विकास सत्रों में हिस्सा लेंगे। साथ ही, कुछ संस्थान बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सत्र और डिजिटल सेफ्टी वर्कशॉप भी आयोजित करेंगे।
NGOs और चाइल्ड राइट्स संगठनों ने भी 14 नवंबर को विशेष कार्यक्रमों की घोषणा की है। उनके फोकस क्षेत्र बच्चों की सुरक्षा, पोषण, शिक्षा, ऑनलाइन सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य रहेंगे।
सरकारी विभागों द्वारा भी बाल दिवस पर विशेष अभियानों और बच्चों के लिए समर्पित संदेशों की तैयारी चल रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी 14 नवंबर से पहले ही #BalDiwas और #ChildrensDay ट्रेंड होना शुरू हो गया है।
बाल दिवस 2025 का संदेश इस बार भी यही रहेगा—
“हर बच्चा सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त।“