राजधानी दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर सोमवार को हुए कार विस्फोट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि धमाके में हाई-इंटेंसिटी केमिकल बम का इस्तेमाल किया गया था। इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं।
जांच एजेंसियों का शक मुख्य संदिग्ध फिदायीन हमलावर डॉक्टर उमर पर गहरा रहा है। बताया जा रहा है कि डॉ. उमर फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है और घटना के समय कार में मौजूद होने की आशंका है। इसी को केंद्र में रखकर सुरक्षा एजेंसियां जांच को आगे बढ़ा रही हैं।
विस्फोट में इस्तेमाल की गई कार I20 मॉडल थी, जिसका नंबर हरियाणा का है और यह वाहन मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड था। हालांकि, जांच में सामने आया है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हो चुकी थी।
धमाके की प्रकृति को लेकर अभी जांच एजेंसियों ने किसी अंतिम निष्कर्ष की घोषणा नहीं की है कि यह हादसा था या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा। फिलहाल पुलिस, IB और NIA की टीमें अपने स्तर पर सघन जांच कर रही हैं।
इस बीच, घटना को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह एक हाई लेवल मीटिंग करने जा रहे हैं। इस बैठक में दिल्ली पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और NIA के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
उधर, मरने वालों में श्रावस्ती के चिकनीपुरवा गनेशपुर निवासी श्री भूरे मिश्रा के पुत्र दिनेश मिश्रा भी शामिल हैं। उनके असमय निधन की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर है और परिजनों में गहरा दुःख व्याप्त है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी इसी दिन एक बड़े टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जिसके बाद दिल्ली धमाके को लेकर कई अहम सुराग सामने आने की संभावना जताई जा रही है। घटना से जुड़े अपडेट लगातार आ रहे हैं, और सुरक्षा एजेंसियां सभी कोणों से मामले की जांच कर रही हैं।