Srinagar Nowgam Blast News: श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 27 घायल हैं। यह धमाका उस समय हुआ जब पुलिसकर्मी फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से बरामद विस्फोटक सामग्री का सैंपल ले रहे थे। धमाका इतना जोरदार था कि थाने के आसपास का इलाका लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट जैसा नजर आया।
जानकारी के अनुसार, नौगाम थाने की एक टीम फरीदाबाद में पकड़े गए “वाइटपोश टेरर मॉड्यूल” से जब्त किए गए अमोनियम नाइट्रेट की जांच कर रही थी। पुलिस और फोरेंसिक टीम नमूना परीक्षण में जुटी थी, तभी अचानक तेज धमाका हो गया। विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई और पूरा थाना परिसर धुएं और मलबे में तब्दील हो गया।
धमाका इतना भयावह था कि कई शवों के टुकड़े इमारत से दूर जाकर गिरे। मृतकों में पुलिसकर्मी, एफएसएल अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। प्रशासन का मानना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
जांच में सामने आया है कि दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट और नौगाम विस्फोट दोनों में अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग हुआ था। नौगाम में जिस विस्फोटक का सैंपल लिया जा रहा था, वही सामग्री फरीदाबाद से जब्त की गई थी, जो दिल्ली ब्लास्ट मॉड्यूल से जुड़ी है।
फरीदाबाद में पकड़े गए मॉड्यूल से 360 किलोग्राम से ज़्यादा विस्फोटक मिला था। इसी सामग्री का परीक्षण नौगाम में चल रहा था।
नौगाम पुलिस ने ही जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के मामले में पहली गिरफ्तारी की थी। इसी मामले ने एक बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश किया, जिसमें पेशेवर आतंकियों सहित कई डॉक्टर शामिल थे।
कश्मीर में गिरफ्तार डॉक्टर्स में से एक अदील अहमद राठेर वही है जिसकी गिरफ्तारी ने 10 नवंबर दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन को उजागर किया।
मॉड्यूल के खुलासे के बाद ही फरीदाबाद में 2900 किलो से अधिक विस्फोटक बरामद किया गया था।
धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां, फोरेंसिक टीम और बम डिस्पोज़ल यूनिट ने पूरे परिसर को सील कर दिया है। खोजी कुत्तों की मदद से जांच जारी है।
प्राथमिक जांच में इसे मानव त्रुटि से हुआ आकस्मिक विस्फोट माना जा रहा है, लेकिन आतंकवादी कोण से भी जांच की जा रही है।