दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैवल करने का अनुभव अब वंदे भारत एक्सप्रेस की रफ्तार जैसा होने वाला है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वडोदरा–मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के पैकेज-6 और पैकेज-7 का निरीक्षण किया, जहां उनकी गाड़ी को परीक्षण के दौरान 140 किमी/घंटा की गति से दौड़ाया गया।
स्थानीय लोग और मौजूद अधिकारी इस दृश्य को देखकर उत्साहित हुए और बोले—
“अब आएगा मजा! एक्सप्रेसवे वाकई शानदार बन रहा है।”
गडकरी ने सड़क की गुणवत्ता को तेज रफ्तार में परखा
देशभर में बन रहे नए एक्सप्रेसवे और हाईवे को नितिन गडकरी खुद मॉनिटर कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मंत्री अपनी कार की तेज रफ्तार से यह सुनिश्चित करते हैं कि सड़क पर वाहन चलाते समय ड्राइवर को झटके न लगें और यात्रा पूरी तरह आरामदायक हो।
इसी क्रम में वडोदरा–मुंबई एक्सप्रेसवे पर गुणवत्ता जांच के दौरान उनकी गाड़ी 140 किमी/घंटा की स्पीड पर दौड़ी। इस उच्च गति परीक्षण से यह जांचा गया कि भविष्य में वाहनों को सुरक्षित और स्मूद ड्राइविंग अनुभव मिले।
वंदे भारत की स्पीड जैसी फीलिंग
भारतीय रेलवे की सेमी-हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस 180 किमी/घंटा की स्पीड के हिसाब से डिजाइन की गई है, जबकि अभी अधिकांश रूटों पर यह 160 किमी/घंटा पर चलती है।
इसी आधार पर लोग गडकरी की गाड़ी को 140 की रफ्तार पर देखकर बोले —
“ये तो वंदे भारत जैसी स्पीड है!”
वडोदरा–मुंबई एक्सप्रेसवे: कुल 380 किमी का हिस्सा तैयार
वडोदरा–मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे लगभग 380 किमी लंबा है, जिसमें से पैकेज 6 और 7 महाराष्ट्र के पालघर–ठाणे क्षेत्र में आते हैं।
गडकरी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि गुणवत्ता और सुरक्षा में कोई कमी बर्दाश्त नहीं होगी और जिन हिस्सों में काम धीमा है, उन्हें तय समय सीमा में पूरा किया जाए।
कुल 1250 किमी का दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे
NHAI देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट, दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे (1250 किमी) का निर्माण नौ फेज में कर रहा है।
यह एक्सप्रेसवे इन राज्यों के शहरों के बीच सफर को ज्यादा तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने जा रहा है।