दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का बागपत से अक्षरधाम तक 31 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड सेक्शन ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। इस फेज के शुरू होते ही पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के लाखों यात्रियों को भारी राहत मिलने वाली है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार पूरा एक्सप्रेसवे इसी महीने जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
नई एलीवेटेड रोड से अब दिल्ली बॉर्डर, सहारनपुर, हरिद्वार, और उत्तराखंड की ओर जाने वाले वाहनों को पूर्वी दिल्ली की अंदरूनी सड़कों में नहीं घुसना पड़ेगा। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और रोजाना लगने वाले जाम से क्षेत्र के लोग मुक्ति पाएंगे।
कितना समय बचेगा?
अभी पूर्वी दिल्ली से बॉर्डर तक पहुंचने में एक घंटा या इससे भी अधिक समय लग जाता है। लेकिन एलीवेटेड रोड शुरू होने के बाद यह सफर केवल 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। यानी प्रतिदिन कम से कम आधे घंटे की बचत।
पूर्वी दिल्ली में ट्रैफिक क्यों कम होगा?
अब तक दिल्ली, हरिद्वार और सहारनपुर की ओर जाने वाले ज्यादातर वाहन पूर्वी दिल्ली की सड़कों से गुजरते थे, जिससे सुबह-शाम भारी ट्रैफिक जाम लगता था। एलीवेटेड रोड के शुरू होने से यह ट्रैफिक सीधे हाई-स्पीड कॉरिडोर पर चलेगा और आवासीय इलाकों में जाम नहीं लगेगा।
पर्यावरण और सुरक्षा का ध्यान
एक्सप्रेसवे पर पर्यावरण सुरक्षा के लिए मुख्य कदम:
दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे की खास बातें
एक्सप्रेसवे शुरू होने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ-साथ दिल्ली के करोड़ों लोगों को सीधी और तेज सुविधा मिलेगी।