पौष पुत्रदा एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित बेहद शुभ तिथि मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन किए गए व्रत और उपाय संतान प्राप्ति, धन–समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करते हैं। शास्त्रों में तुलसी माता को लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है और एकादशी तिथि स्वयं भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। ऐसे में जब इस पावन दिन पर तुलसी से जुड़े विशेष उपाय किए जाते हैं, तब विष्णु और लक्ष्मी दोनों की कृपा एक साथ प्राप्त होती है, जिससे घर की दरिद्रता दूर होती है और सुख–समृद्धि बढ़ती है।
यह ध्यान रखने योग्य है कि एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, इसलिए पूजा के लिए पत्ते एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें।
पौष पुत्रदा एकादशी पर करेंये अत्यंत शुभ उपाय
तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं
एकादशी की शाम स्नान के बाद तुलसी के पौधे के पास शुद्ध घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती है। दीपक में कच्चे सूत की बाती का उपयोग अवश्य करें।
तुलसी की मिट्टी से तिलक लगाएं
पूजा के दौरान तुलसी की सूखी मिट्टी का तिलक लगाने से विष्णु का विशेष आशीर्वाद मिलता है। कहा जाता है कि इससे दुर्भाग्य दूर होता है, और नौकरी–व्यापार में सफलता मिलती है।
तुलसी और चावल का दान करें
एकादशी पर दान का अत्यंत महत्व है। किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को तुलसी के सूखे पत्ते व चावल का दान करने से घर की तिजोरी कभी खाली नहीं होती और लगातार धन वृद्धि होती है।
तुलसी के पास बैठकर ‘विष्णु सहस्रनाम’ का पाठ
एकादशी के दिन तुलसी के सामने दीपक जलाकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से भगवान विष्णु तुरंत प्रसन्न होते हैं और जीवन की परेशानियाँ दूर होती हैं।
तुलसी और शालिग्राम का अभिषेक करें
घर में शालिग्राम हों तो एकादशी पर उनका पंचामृत से अभिषेक करें और तुलसी दल अर्पित करें। यह उपाय अटके हुए धन की प्राप्ति और किस्मत के बंद दरवाजे खोलने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।