राजस्थान को मिलेगा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, जयपुर के पास से गुजरेगा अहम कॉरिडोर; 7 जिलों में आएगी विकास की रफ्तार

राजस्थान को मिलेगा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, जयपुर के पास से गुजरेगा अहम कॉरिडोर; 7 जिलों में आएगी विकास की रफ्तार
December 19, 2025 at 4:24 pm

राजस्थान में सड़क कनेक्टिविटी को लेकर एक बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट आकार लेने जा रहा है. राज्य को जल्द ही एक नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे मिलने वाला है, जो दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे को जामनगर–अमृतसर एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा. यह हाई-स्पीड कॉरिडोर जयपुर के दक्षिणी हिस्से के बेहद करीब से होकर गुजरेगा, जिससे राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में विकास को नई दिशा मिलेगी.

इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से पचपदरा रिफाइनरी तक की दूरी लगभग 100 किलोमीटर कम हो जाएगी, वहीं यात्रा का समय 2 से 3 घंटे तक घटेगा. वर्तमान में दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे से बालोतरा या पचपदरा जाने के लिए जयपुर, अजमेर, ब्यावर और जोधपुर जैसे व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजरना पड़ता है, जिसमें 10 घंटे से अधिक समय लग जाता है.

कहां से कहां तक बनेगा एक्सप्रेसवे?

यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दौसा–लालसोट एक्सप्रेसवे के इंटरचेंज पॉइंट अरण्य कलां से शुरू होगा और जयपुर के दक्षिणी इलाके से गुजरते हुए बालोतरा के पटाउ खुर्द के पास जामनगर–अमृतसर एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. इसकी कुल लंबाई करीब 400 किलोमीटर होगी.

7 जिलों को मिलेगा सीधा फायदा

यह नया कॉरिडोर जयपुर, टोंक, अजमेर, ब्यावर, जोधपुर, बालोतरा और बाड़मेर — कुल 7 जिलों को सीधे जोड़ेगा. जयपुर जिले में यह एक्सप्रेसवे कोटखावदा, चाकसू, वाटिका, तूंगा, रेनवाल मांझी, फागी, मौजमाबाद, दूदू और साखून समेत 200 से अधिक गांवों से होकर गुजरेगा. जयपुर जिले में लगभग 110 किलोमीटर का क्षेत्र इसके दायरे में आएगा.

इस एक्सप्रेसवे के जरिए जयपुर–टोंक और जयपुर–अजमेर हाईवे सीधे कनेक्ट होंगे. साथ ही यह पुष्कर–मेड़तारोड, NH-25 (बाड़मेर–ब्यावर) और NH-62 (पिंडवाड़ा) से भी जुड़ेगा.

DPR और भूमि अधिग्रहण की तैयारी

इस महत्वाकांक्षी परियोजना की डीपी आर(Detailed Project Report) एनएचएआई द्वारा तैयार की जा रही है. मंजूरी मिलते ही भूमि अधिग्रहण का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. जिला स्तर पर जमीन अधिग्रहण की जिम्मेदारी संबंधित कलेक्टरों को सौंपी जाएगी. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, यह राजस्थान के उन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स में शामिल है, जिन्हें तेजी से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

ग्रीन कॉरिडोर और रोजगार केअवसर

इस एक्सप्रेसवे को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसमें वन्य जीव क्रॉसिंग, बड़े पैमाने पर वृक्षा रोपण और पर्यावरण संरक्षण की विशेष व्यवस्थाएं होंगी. इससे न सिर्फ यातायात सुगम होगा, बल्कि रियलएस्टेट, लॉजिस्टिक्स, उद्योग और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि चाकसू, कोट खावदा और फागी जैसे इलाकों में संपत्ति की कीमतों में तेजी आएगी और गांवों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की हालिया समीक्षा बैठक में भी इस प्रोजेक्ट की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.

यह नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे राजस्थान को देश के प्रमुख आर्थिक गलियारों से जोड़ते हुए राज्य की आर्थिक विकास दर और जीडीपी में अहम योगदान देगा.