IGMC मारपीट मामला: 2023 में मरीज के लिए ‘हीरो’ बने डॉक्टर राघव नरूला, 2025 में वीडियो के बाद सस्पेंड

IGMC मारपीट मामला: 2023 में मरीज के लिए ‘हीरो’ बने डॉक्टर राघव नरूला, 2025 में वीडियो के बाद सस्पेंड
December 23, 2025 at 1:10 pm

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (IGMC) से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। मरीज के साथ मारपीट के आरोप में डॉक्टर राघव नरूला को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। इस घटना का 15 सेकेंड का वीडियो सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया।

दिलचस्प बात यह है कि यही डॉक्टर राघव नरूला वर्ष 2023 में मरीज के प्रति संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा के लिए ‘हीरो’ के तौर पर सराहे गए थे, लेकिन अब 2025 में वही डॉक्टर मरीज से मारपीट के आरोपों के चलते कटघरे में खड़े हैं।

2023 की वो कहानी, जब डॉक्टर राघव बने थे मिसाल

19 अक्टूबर 2023 को डॉक्टर राघव नरूला हिमाचल के सिरमौर जिले के नाहन मेडिकल कॉलेज में तैनात थे। उस समय पातलियों गांव की 22 वर्षीय युवती, जो गंभीर दमा से पीड़ित थी, की हालत बेहद नाजुक हो गई थी। युवती को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, लेकिन सवाल था कि गंभीर मरीज के साथ कौन जाएगा।

उस वक्त पल्मोनरी विशेषज्ञ डॉक्टर राघव नरूला ने खुद एंबुलेंस में मरीज के साथ चंडीगढ़ तक जाने का फैसला लिया। नियमों में यह अनिवार्य नहीं था, फिर भी उन्होंने मानवीय आधार पर यह जिम्मेदारी उठाई। इस फैसले की उस समय जमकर तारीफ हुई थी।

2025 में IGMC विवाद, वीडियो से मचा बवाल

अब 2025 में IGMC में हुई मारपीट की घटना ने डॉक्टर की छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिमला के जुब्बल क्षेत्र के कुपवी निवासी शिक्षक अर्जुन पंवार ने डॉक्टर पर बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया है। घटना में अर्जुन पंवार के नाक से खून निकलने की बात सामने आई है और वह अस्पताल में भर्ती हैं।

डॉक्टर राघव नरूला ने न्यूज चैनल से बातचीत में आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मरीज ने उनके साथ बदतमीजी की थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह नशा नहीं करते और नियमित रूप से जिम जाते हैं।

सरकार और अस्पताल प्रबंधन की सख्ती

मामले के तूल पकड़ने के बाद IGMC प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट राहुल राव, प्रिंसिपल, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के बीच उच्चस्तरीय बैठक हुई।

बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने साफ कहा कि डॉक्टर का व्यवहार पेशे के अनुरूप नहीं था। फिलहाल डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और जांच कमेटी गठित की गई है। जरूरत पड़ने पर सेवा से बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है।

IGMC के प्रभारी राहुल राव ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी दिल्ली से मामले का संज्ञान लिया है और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।

परिजन SP से मिलेंगे, बढ़ सकती हैं धाराएं

पीड़ित अर्जुन पंवार के परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजन आज एसपी शिमला से मुलाकात कर हत्या के प्रयास (Attempt to Murder) की धारा जोड़ने की मांग करेंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से भी मुलाकात प्रस्तावित है, जिसमें चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा भी मौजूद रहेंगे।

घटना के बाद अस्पताल परिसर में तनाव की स्थिति रही और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और परिजनों के बीच धक्का-मुक्की की भी खबर है।

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