मेक्सिको के दक्षिणी राज्य ओआक्साका में रविवार को एक भीषण रेल हादसा हो गया। करीब 250 यात्रियों को लेकर जा रही इंटरओशेनिक ट्रेन तेज मोड़ पर संतुलन खो बैठी और पटरी से उतर गई। इस दर्दनाक दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, हादसा चिवेला और निजांडा कस्बों के बीच उस समय हुआ, जब ट्रेन निजांडा के पास एक खतरनाक मोड़ से गुजर रही थी। तेज रफ्तार के कारण ट्रेन डिरेल हो गई और कई डिब्बे पलट गए।
5 घायलों की हालत गंभीर, राहत-बचाव जारी
मेक्सिको की नौसेना और अन्य राहत एजेंसियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि कुल 98 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 36 का अस्पताल में इलाज जारी है, जबकि 5 यात्रियों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
हादसे की जानकारी मिलते ही क्लाउडिया शेनबाम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा गया है, ताकि घायलों और मृतकों के परिवारों को हरसंभव मदद दी जा सके।
राज्यपाल ने जताया शोक, जांच शुरू
ओआक्साका के राज्यपाल सालोमन जारा क्रूज़ ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ मिलकर राहत और पुनर्वास कार्य में जुटी हुई है।
इस बीच, मेक्सिको की अटॉर्नी जनरल ऑफिस ने हादसे की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। अटॉर्नी जनरल एर्नेस्टिना गोडॉय रामोस ने बताया कि हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
2023 में शुरू हुई थी इंटरओशेनिक ट्रेन
जिस इंटरओशेनिक ट्रेन के साथ यह हादसा हुआ, उसे साल 2023 में पूर्व राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रादोर के कार्यकाल में शुरू किया गया था। यह ट्रेन इंटरओशेनिक कॉरिडोर परियोजना का अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य तेहुआनतेपेक इस्तमुस के जरिए रेल कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना है।
इस परियोजना के तहत प्रशांत महासागर के सालिना क्रूज़ बंदरगाह को खाड़ी तट के कोत्ज़ाकोआलकोस से जोड़ा गया है। सरकार का लक्ष्य इस रूट को भविष्य में पनामा नहर के विकल्प के रूप में विकसित करना और दक्षिणी मेक्सिको में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।