बुध का मेष राशि में गोचर: सौर मंडल के राजकुमार बुध ने 7 मई की सुबह मंगल की राशि मेष में किया प्रवेश, सूर्य के साथ मिलकर बनायेंगे बुधादित्य राज योग।

बुध का मेष राशि में गोचर: सौर मंडल के राजकुमार बुध ने 7 मई की सुबह मंगल की राशि मेष में किया प्रवेश, सूर्य के साथ मिलकर बनायेंगे बुधादित्य राज योग।

बुध का मेष राशि में गोचर: ग्रहों के राजकुमार बुध का गोचर 7 मई को सुबह 04:06 मेष राशि में हुआ। बुध इस राशि में 16 दिनों तक रहेंगे। बुध मेष राशि से 23 मई को वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। बुध का मेष राशि में गोचर (Mercury Transit in Aries) कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ के लिए अशुभ फल देगा। बुध ग्रह द्विस्वभाव का ग्रह है जो वाणी, संचार, बुद्धि और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का मेष राशि में प्रवेश सभी 12 राशियों पर भिन्न भिन्न प्रभाव डालेगा। आइये जानते हैं बुध का मेष राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

मेष राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा। जो हमारे शरीर, मुख और दादी का भाव है। प्रथम भाव में बुध को दिशा बल मिलने के कारण और मजबूत होकर शुभ फल देंगे। प्रथम भाव में सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। जो व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाएगा।

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो व्यय, भोग, विदेश का भाव है। बुध का द्वादश में गोचर फिजूलखर्ची बढ़वा सकता है। कार्यक्षेत्र में कुछ तनाव बन सकता है। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होगा। जो विदेश से सफलता के योग बनाएगा।

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो लाभ, आय, इच्छापूर्ति का है। एकादश में बुध का गोचर हर मायने में लाभकारी रहेगा। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होगा। जो आपकी लंबे समय से चली आ रही इच्छा की पूर्ति का योग बनाएगा।

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर दशम भाव में होगा। जो कार्यक्षेत्र, राज्य, पिता का भाव है। दशम भाव में बुध सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। जो कार्यक्षेत्र में विशेष सफलता के योग बनाएंगे।

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य, धर्म, पिता का भाव है। बुध का नवम भाव में गोचर व्यापार और कैरियर में वृद्धि के योग बनाएगा। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होने से भाग्य का पिता का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा।

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो आयु, शोध, अचानक हानि व लाभ का भाव है। अष्टम भाव में बुध सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। व्यापार में अचानक लाभ के योग बनाएंगे। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

तुला राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा। जो दांपत्य, साझेदारी, व्यापार का भाव है। सप्तम भाव में बुध सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। दांपत्य जीवन में मधुरता लायेंगे। साझेदारी के व्यापार में लाभ मिलेगा।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर छठे भाव में होगा। जो शत्रु, कर्ज, चोट, नौकरी का भाव है। छठे भाव में बुध सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। नौकरी में प्रमोशन के योग बनेंगे। पत्नी/पति के स्वास्थ्य की चिंता बन सकती है। फिजूल खर्ची बढ़ सकती है।

धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो संतान, प्रेम, बुद्धि, प्रतियोगिता का भाव है। संतान के किसी प्रतियोगिता में सफल होने के योग हैं। लेकिन संतान के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रह सकती है। बुध यहां सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। प्रतियोगी छात्रों के लिए अच्छा समय है।

मकर राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर चौथे भाव में होगा। जो माता, भूमि, वाहन का भाव है। चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए बुध माता से मधुर संबंध रखेंगे। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। भूमि खरीदने के योग बन सकते हैं।

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा। जो पराक्रम, छोटे भाई बहिन और इच्छाओं का है। पराक्रम में वृद्धि के साथ साथ इच्छाओं की पूर्ति होगी। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होगा।

मीन राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मीन राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। जो धन, वाणी, कुटुंब, स्वभाव और खान पान का है। द्वितीय भाव में रहकर बुध वाणी को तेजस्वी बनायेंगे और व्यवसाय में वृद्धि होगी। सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण होगा। पैतृक संपत्ति से लाभ के योग बनेंगे।

बुध को शुभ बनाने के उपाय

बुध के अशुभ प्रभाव की तीव्रता कम करने और शुभ प्रभाव को और बढ़ाने के लिए अपनी बेटी, बहिन, बुआ का सम्मान करें एवं उन्हें उपहार दें। छोटी कन्याओं को हरी चूड़ियां पहनायें। किन्नरों को भोजन करायें एवं भेंट दें। गाय को हरा चारा खिलायें और बुध के बीज मन्त्र का जाप करें।