सूर्य का तुला राशि में गोचर 2025 : सूर्य ने अपनी नींच राशि तुला में (Sun Transit in Libra) 17 अक्टूबर की दोपहर करीब 2 बजे प्रवेश कर लिया है। सूर्य के तुला में जाने से शनि के साथ समसप्तक योग का अंत होगा। मंगल और बुध पहले से ही तुला राशि में हैं और सूर्य के भी तुला में आने से त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। जो कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ और कुछ के लिए अशुभ फल देगा। ज्योतिष में सूर्यदेव आत्मा, मान-सम्मान, उच्च पद, नेतृत्व क्षमता आदि के कारक माने गए हैं। आइए जानते हैं सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले शुभ अशुभ प्रभाव।
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
मेष राशि के जातकों के लिए पंचमेश सूर्य का तुला राशि में गोचर सातवें भाव में होगा। दांपत्य जीवन में कुछ कड़वाहट आ सकती है। कार्य व्यापार में उन्नति के योग हैं। लेकिन इस अवधि में साझेदारी के व्यापार को शुरू करने से बचें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
वृषभ राशि के जातकों के लिए चतुर्थेश सूर्य का तुला राशि में गोचर छठे भाव में होगा। छठे भाव में सूर्य अच्छा फल करते हैं। गुप्त शत्रु परास्त होंगे। कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा रहेगा। नौकरीपेशा जातकों इस दौरान लाभ और प्रमोशन के योग बनेंगे। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
मिथुन राशि के जातकों के लिए तृतीयेश सूर्य का तुला राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो सकते हैं। प्रेम संबंधों और शिक्षा से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। इस दौरान उदर विकार के योग बनेंगे।
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
कर्क राशि के जातकों के लिए द्वितीयेश सूर्य का तुला राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा। जो पारिवारिक समस्याओं को बढ़ाने वाला हो सकता है। माता से सहयोग मिलेगा। लेकिन माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बन सकतीं हैं। अथक प्रयास के बाद भूमि, वाहन की प्राप्ति संभव है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
सिंह राशि के जातकों के लिए प्रथमेश (लग्नेश) सूर्य का तुला राशि में गोचर तृतीय भाव में होगा। तृतीय भाव में सूर्य अच्छा फल देते हैं। जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। कार्यक्षेत्र में किए गए निर्णय निश्चय ही सफलता दिलाएंगे। परिवार में छोटे भाइयों से दूरी बढ़ सकती है।
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
कन्या राशि के जातकों के लिए द्वादशेष सूर्य का तुला राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। बड़े परिश्रम के बाद ही धन संचय संभव है। दाहिनी आंख में कष्ट हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। इस दौरान वाणी, परिवार और आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतें।
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
तुला राशि के जातकों के लिए एकादशेश सूर्य का तुला राशि में गोचर प्रथम भाव (लग्न) में होगा। सरकार से मिलने वाले सहयोग में वृद्धि होगी। इस दौरान स्वास्थ्य और आत्मविश्व में गिरावट संभव है। पेट से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए दशमेश सूर्य का तुला राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो जीवन में अधिक भागदौड़ और खर्च की ओर इशारा कर रहा है। लेकिन लाभेश का द्वादश भाव में बैठना विदेश से लाभ करा सकता है। आंखों और पैरों से जुड़ी समस्याएं चिंता बढ़ा सकतीं हैं।
धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
धनु राशि के जातकों के लिए नवमेश सूर्य का तुला राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो हर ओर से सफलता दिलायेगा। आय के नए स्रोत बनाने में किए गए प्रयास सफल होंगे। इस दौरान कोई इच्छा पूर्ति हो सकती है। दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। किसी भी तरह का नशा करने से बचें।
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
मकर राशि के जातकों के लिए अष्टमेश सूर्य का तुला राशि में गोचर, दशम भाव में होगा। जो किसी वरदान से कम नहीं है। राजनीति में शामिल लोगों के लिए भाग्य वृद्धि का योग है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता के योग बन रहे हैं। किसी प्रशासनिक कार्य के पूरे होने का समय है। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। जमीन जायदाद लेते समय सावधानी बरतें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तमेश सूर्य का तुला राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य और आध्यात्म में वृद्धि करेगा। कड़ी मेहनत के बाद सफलता के योग बनेंगे। धार्मिक कार्यों में अधिक समय व्यतीत होगा।
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर का प्रभाव
मीन राशि के जातकों के लिए षष्ठेश सूर्य का तुला राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो स्वास्थ्य के प्रति चिंताओं का बढ़ाएगा। खान-पान में लापरवाही परेशानी का कारण बन सकती है। पैतृक संपत्ति की प्राप्ति संभव है। समाज में सम्मान मिलने के योग बनेंगे। बिना सोचे समझे किसी को धन ना दें।
सूर्य के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय
सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए –