उदयातिथि के अनुसार, देवउठनी एकादशी 2 नवंबर 2025 (रविवार)को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और इसी के साथ सभी शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है। यदि इस दिन श्रद्धा से कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन में तरक्की, धन-समृद्धि और सुख का वास होता है।
देवउठनी एकादशी का महत्व
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान विष्णु इस दिन योगनिद्रा से जागकर सृष्टि के संचालन का कार्य फिर से शुरू करते हैं। इसीलिए इस दिन विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है।
देवउठनी एकादशी पर करें ये खास उपाय
बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थपुरोहित पंडित प्रमोद श्रृंगारी के अनुसार, देवउठनी एकादशी के दिन ये उपाय करने से घर में तरक्की और सौभाग्य का मार्ग खुल जाता है:
क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, देवउठनी एकादशी के दिन किया गया हर शुभ कार्य कई गुना फल देता है। यह दिन जीवन में नई ऊर्जा, सकारात्मकता और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।
निष्कर्ष
देवउठनी एकादशी न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन में नई शुरुआत का प्रतीक भी है। इस दिन के उपाय घर में सुख, शांति और समृद्धि का मार्ग खोलते हैं।