आज साल की अंतिम विनायक चतुर्थी है, जो पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जा रही है। इस दिन बुधवार व्रत और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार आज राजपंचक, पाताल लोक में भद्रा, और कई शुभ योगों का संयोग बन रहा है।
आज सुबह 07:11 बजे से भद्रा आरंभ हो चुकी है, जो 01:11 बजे दोपहर तक रहेगी। खास बात यह है कि इस भद्रा का वास पाताल लोक में है, इसलिए इसे अशुभ कार्यों के लिए पूर्णतः निषेध नहीं माना गया है। वहीं, शाम 07:46 बजे से पंचक की शुरुआत हो रही है। बुधवार से शुरू होने वाला पंचक राजपंचक कहलाता है, जिसे शुभ माना जाता है और इसका प्रभाव अगले पांच दिनों तक रहेगा।
विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ समय
जो श्रद्धालु आज विनायक चतुर्थी का व्रत रख रहे हैं, वे 11:19 बजे से 01:11 बजे तक भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं। इस दौरान दूर्वा, मोदक, सिंदूर, अक्षत, पुष्प और धूप-दीप अर्पित करना श्रेष्ठ माना जाता है। व्रत कथा सुनकर गणेश आरती करें और मंत्र “ॐ गंगणपतये नमो नमः” का जाप करें।
बुध दोष शांति के उपाय
आज बुधवार व्रत के कारण बुध ग्रह दोष शांति के उपाय भी विशेष फलदायी माने जाते हैं। इसके लिए:
आज का पंचांग | 24 दिसंबर 2025
सूर्योदय-सूर्यास्त व चंद्र समय
आज के शुभ मुहूर्त
आज के अशुभ समय