October 20, 2025 at 9:42 pm
बॉलीवुड के सदाबहार हास्य कलाकार असरानी ने आज हमसे विदा ली। 1 जनवरी 1941 को जयपुर में जन्मे असरानी ने अपने अनूठे अंदाज और बेहतरीन कॉमेडी के माध्यम से हिन्दी सिनेमा में एक अलग मुकाम बनाया।
घटना का विवरण
- वे पिछले लगभग 5 दिन से अस्पताल में भर्ती थे।
- उनका निधन आज सुबह हुआ और शाम को सांताक्रूज़ वेस्ट के शवदाह गृह में अंतिम संस्कार हुआ।
- उनके प्रबंधक ने बताया कि अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन उन्होंने आखिरी सांस ले ली।
असरानी की यात्रा
- असरानी ने 1960 के दशक में फिल्मों में कदम रखा और अब तक 400 से अधिक फिल्मों में काम किया।
- उनकी सबसे नाम-चीन भूमिकाओं में शामिल हैं:
- शोले (1975) में ‘अंग्रेजों के जमाने का जेलर’ का किरदार — जो आज भी लोगों को हँसाता है।
- चुपके चुपके (1975) में बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग।
- बावर्ची (1972) और छोटी सी बात (1975) जैसी फिल्में भी उनकी यादगार फिल्में थीं।
- शिक्षा-प्रारंभ जयपुर के सेंट जेवियर स्कूल से और ग्रेजुएशन राजस्थान कॉलेज से हुई थी।
- अभिनय से पहले उन्होंने रेडियो आर्टिस्ट के रूप में भी काम किया।
- 2004 में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता भी ग्रहण की थी।
उनका योगदान और विरासत
असरानी सिर्फ अभिनेता नहीं थे — वे दर्शकों के मनोरंजन के लिए एक भरोसेमंद नाम बन चुके थे। उनका कॉमिक अंदाज, चेहरे का एक्सप्रेशन और संवादशैली ने उन्हें अलग-पहचान दी। उनके जाने से बॉलीवुड की कॉमेडी में एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हुआ है, लेकिन उनकी फिल्में, उनके किरदार आज भी हमारे दिलों में हँसते रहेंगे।
श्रद्धांजलि
उनकी कमी हमेशा महसूस होगी। इस दुखद समय में उनके परिजनों के प्रति हमारी सहानुभूति है। उनके चाहने वाले उन्हें फिल्मों के माध्यम से याद करेंगे और उनका काम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।