October 8, 2025 at 2:15 pm
हर साल 8 अक्टूबर को भारत में वायु सेना दिवस (Indian Air Force Day) मनाया जाता है। यह दिन भारतीय वायु सेना की स्थापना और उसके वीर जवानों के समर्पण, साहस और देशभक्ति को सम्मान देने के लिए समर्पित है।
इस वर्ष भारतीय वायु सेना अपना 93वां स्थापना दिवस मना रही है। 2025 की थीम वायु सेना की “ऑपरेशनल उत्कृष्टता और आधुनिक रक्षा मिशनों में उसकी भूमिका” पर केंद्रित है।
तारीख और आयोजन स्थल
- तारीख: 8 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
- मुख्य आयोजन स्थल: हिंडन एयर बेस, गाजियाबाद
- पिछले वर्षों में यह परेड 2024 में चेन्नई और 2023 में प्रयागराज में आयोजित की गई थी।
- इस बार नवंबर मध्य में गुवाहाटी में भी फ्लाय-पास्ट का आयोजन किया जाएगा, जिससे उत्तर-पूर्वी भारत के लोग भी भारतीय वायु सेना की शक्ति का प्रदर्शन देख सकें।
इतिहास और पृष्ठभूमि
- भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गई थी।
- पहला ऑपरेशनल स्क्वॉड्रन 1 अप्रैल 1933 को सक्रिय हुआ था।
- ब्रिटिश काल में शुरू हुई यह छोटी-सी एयर विंग अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना बन चुकी है। यह अपनी सटीकता, अनुशासन और अत्याधुनिक तकनीक के लिए जानी जाती है।
प्रमुख आकर्षण और झलकियां
- इस वर्ष MiG-21 विमान को औपचारिक रूप से विदाई दी जाएगी — जो दशकों से भारत की वायु सुरक्षा का प्रतीक रहा है।
- समारोह में राफेल, सुखोई-30MKI, C-17 ग्लोबमास्टर, C-130J सुपर हरक्यूलिस, अपाचे हेलीकॉप्टर और नेट्रा AEW&C जैसे आधुनिक विमानों की शानदार फ्लाय-पास्ट होगी।
- कार्यक्रम का समापन “त्रिरंगा फॉर्मेशन” से होगा, जिसमें विमान आकाश में तिरंगे की आकृति बनाते हुए उड़ान भरेंगे।
- प्रदर्शनी, टेक्नोलॉजी शोकेस और एयर वॉर सिमुलेशन भी इस अवसर का हिस्सा होंगे।
महत्व
- रक्षा शक्ति का प्रतीक
वायु सेना दिवस भारत की हवाई शक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उसकी तत्परता को दर्शाता है।
- वीर जवानों को श्रद्धांजलि
यह दिन उन सभी वीरों को सम्मान देने का अवसर है जिन्होंने देश की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर किया।
- युवाओं के लिए प्रेरणा
वायु सेना दिवस के रोमांचक प्रदर्शन युवाओं को भारतीय वायु सेना में शामिल होकर देशसेवा की प्रेरणा देते हैं।
- राष्ट्रीय गौरव का दिन
यह दिन हमें एकता, अनुशासन और देशभक्ति की भावना से जोड़ता है, कि देश की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है।
निष्कर्ष
भारतीय वायु सेना दिवस केवल एक सैन्य परेड नहीं है, बल्कि यह हमारे वीरता, समर्पण और तकनीकी क्षमता का प्रतीक है। 2025 में आयोजित होने वाले इस भव्य समारोह से एक बार फिर यह सिद्ध होगा कि भारतीय वायु सेना न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि हर नागरिक के दिल में गर्व और सुरक्षा की भावना भी जगाती है।