राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर संसद में आज विशेष चर्चा आयोजित की जा रही है। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे इस ऐतिहासिक चर्चा की शुरुआत करेंगे। इसके बाद 9 दिसंबर को यह चर्चा राज्यसभा में जारी रहेगी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ मंत्री भाग लेंगे।
सरकार ने इस मौके को विपक्ष को घेरने और राष्ट्रीय भावनाओं को मजबूत संदेश देने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। चर्चा के दौरान वंदे मातरम की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी भूमिका पर विस्तार से बात होने की संभावना है।
भाजपा का विपक्ष पर निशाना—‘नेहरू वंदे मातरम के खिलाफ थे’
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस चर्चा को एक “ऐतिहासिक क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि एक ऐसी पुकार है जिसने देश के लाखों-करोड़ों लोगों को ब्रिटिश शासन और आक्रांताओं के खिलाफ एकजुट किया।
पूनावाला ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि नेहरू वंदे मातरम के खिलाफ थे और तुष्टिकरण की राजनीति के चलते इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई।
आज की चर्चा—हरपल की अपडेट पर नज़र
यह सत्र भारतीय संसद में एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण बनने जा रहा है।