आजकल हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। बदलती लाइफस्टाइल, तनाव और गलत खानपान इसकी बड़ी वजह माने जाते हैं। ऐसे में लोग दवाओं के साथ-साथ नेचुरल उपायों की तलाश कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है बीटरूटजूस(चुकंदरकारस)।
लेकिन सवाल यह है कि क्या सच में बीटरूट जूस पीने से 3 घंटेकेअंदरब्लडप्रेशरकमहोसकताहै? आइए जानते हैं डायटीशियन और रिसर्च क्या कहती है।
हाई ब्लड प्रेशर कितना गंभीर है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में 30 से 79 वर्ष की उम्र के करीब 1.3 अरबलोगहाईब्लडप्रेशर से पीड़ित हैं। इनमें से लगभग आधे लोगों को यह तक पता नहीं होता कि उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है। यही कारण है कि इसे साइलेंटकिलर भी कहा जाता है।
बीटरूट जूस क्यों माना जाता है फायदेमंद?
बीटरूट यानी चुकंदर पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें
डायटीशियनक्याकहतीहैं?
TOT की रिपोर्ट में डायटीशियन नेहाशिर्के बताती हैं कि बीटरूट जूस में मौजूद नाइट्रेट शरीर में जाकर नाइट्रिकऑक्साइड में बदल जाता है। यह ब्लड वेसल्स को चौड़ा करता है, जिससे खून का प्रवाह बेहतर होता है और धमनियों पर दबाव कम पड़ता है. इसका सीधा असर ब्लड प्रेशर पर पड़ता है।
रिसर्च में क्या सामने आया?
वैज्ञानिक अध्ययनों के मुताबिक, नियमित रूप से बीटरूट जूस पीने से
क्या3 घंटेमेंदिखताहैअसर?
रिसर्च बताती है कि बीटरूट जूस पीने के 3 से4 घंटेकेभीतर नाइट्रेट नाइट्रिक ऑक्साइड में बदलने लगता है, जिससे ब्लड प्रेशर में गिरावट शुरू हो सकती है। हालांकि, लंबे समय तक फायदा पाने के लिए इसे नियमितरूपसेऔरसंतुलितडाइट के साथ लेना जरूरी है।
रोज कितना बीटरूट जूस पीना सही?
स्टडीज में 70 ml से लेकर 250 ml तक की मात्रा का अध्ययन किया गया।
डायटीशियन के अनुसार:
साइडइफेक्ट्सभीजानलें
बीटरूट जूस आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन ज्यादा मात्रा नुकसान पहुंचा सकती है।
क्याइसेडाइटमेंशामिलकरनाचाहिए?
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं, तो बीटरूट जूस को अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है। लेकिन यह दवाओंकाविकल्पनहीं, बल्कि एक सपोर्टिव उपाय है। किसी भी पुरानी बीमारी में इसे अपनाने से पहले डॉक्टर या डायटीशियन की सलाह जरूर लें।