सनातन धर्म में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का अत्यंत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व माना जाता है। मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित इन पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हर किसी के लिए संभव नहीं हो पाते, लेकिन अब दिल्ली के चांदनी चौक स्थित ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर ने शिवभक्तों की यह मुश्किल आसान कर दी है।
यहां मंदिर परिसर के बेसमेंट में एक विशेष और भव्य स्थल का निर्माण किया गया है, जहां भक्त एक ही स्थान पर भगवान शिव के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं। इस दिव्य स्थल की स्थापना 27 जुलाई 2024 को विधि-विधान के साथ की गई थी।
मिलेगा असली ज्योतिर्लिंग जैसा अनुभव
मंदिर के पुजारी सुशील शुक्ला के अनुसार, यहां स्थापित सभी शिवलिंग भारत के विभिन्न ज्योतिर्लिंग स्थलों से लाए गए पवित्र पत्थरों से तैयार किए गए हैं। स्थापना पूरी वैदिक परंपरा के अनुसार की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को मूल ज्योतिर्लिंग स्थलों जैसा ही आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हो सके।
सफेद संगमरमर की नक्काशी, आकर्षक रोशनी और शांत वातावरण इस स्थान को और भी दिव्य बना देते हैं। यहां दर्शन करते हुए भक्तों को ऐसा अनुभव होता है, मानो वे पूरे भारत की शिव-यात्रा एक ही स्थान पर पूरी कर रहे हों।
एक साथ होंगे 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन
इस दिव्य परिसर में सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भीमाशंकर, काशी विश्वनाथ, त्र्यम्बकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वरम और घुश्मेश्वर — सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के स्वरूप स्थापित किए गए हैं।
दर्शन का समय और लोकेशन
श्रद्धालु सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक और फिर शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक यहां दर्शन कर सकते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए लाल किला मेट्रो स्टेशन सबसे नजदीकी स्टेशन है, जहां से गौरी शंकर मंदिर आसानी से पहुंचा जा सकता है।