साउथ दिल्ली के आया नगर में हुए सनसनीखेज मर्डर केस में पुलिस जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। 30 तारीख की सुबह बदमाशों ने 52 वर्षीय रतन पर ताबड़तोड़ 72 राउंड फायरिंग की थी, जिनमें से 69 गोलियां उनके शरीर में लगीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है।
रतन, आया नगर के बाबा मोहल्ला निवासी थे और उनके पिता का नाम लेख राम बताया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा है और इसमें कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का एंगल भी सामने आया है। आशंका जताई जा रही है कि इस हत्याकांड के लिए विदेश में बैठे गैंगस्टर्स से कॉन्ट्रैक्ट लिया गया था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल और लोकल पुलिस की टीमें मिलकर शूटरों की तलाश में जुटी हुई हैं। वारदात सुबह करीब 6 बजे अग्रवाल स्वीट्स के पास हुई, जहां कार सवार तीन बदमाशों ने रतन को निशाना बनाया और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।
जांच में सामने आया है कि आया नगर में साल 2024 से दो परिवारों के बीच गंभीर दुश्मनी चल रही थी। रतन के बेटे दीपक उर्फ दीपू पर मई 2025 में छतरपुर के सीडीआर चौक पर अरुण की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। यह हत्या 2024 में हुई एक मारपीट की घटना का बदला बताई जा रही है, जिसमें अरुण और उसके साथियों ने दीपक पर हमला किया था। उस मामले में एफआईआर नंबर 211/2024 दर्ज की गई थी।
अरुण की हत्या के मामले में दीपक और उसके चार साथी फिलहाल जेल में बंद हैं। पुलिस का मानना है कि इसी रंजिश के चलते रतन की हत्या की गई।
30 नवंबर को दर्ज एफआईआर के अनुसार, घटनास्थल से कई खाली कारतूस और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। सीसीटीवी फुटेज में काली रंग की निसान मैग्नाइट कार दिखाई दी है, जिसमें तीन हमलावर रतन का इंतजार कर रहे थे। कार की नंबर प्लेट जानबूझकर हटाई गई थी। पुलिस ने कार की मूवमेंट को घटना से पहले और बाद में ट्रैक किया है और आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।