दिल्ली वालों को मिली जहरीली हवा से राहत की उम्मीद! 62 प्रदूषण हॉट स्पॉट पर सरकार की थ्री-फेज एक्शन प्लान तैयार

दिल्ली वालों को मिली जहरीली हवा से राहत की उम्मीद! 62 प्रदूषण हॉट स्पॉट पर सरकार की थ्री-फेज एक्शन प्लान तैयार
November 22, 2025 at 4:59 pm

दिल्ली में लगातार खराब होते एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ने हर नागरिक को परेशान कर दिया है। इसी बीच दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के असली ‘गुनहगारों’ की पहचान करते हुए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राजधानी में 62 बड़े ट्रैफिक कंजेशन हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं, जो दिल्ली की हवा में मौजूद जहरीले कणों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

इन choke points पर ट्रैफिक का भारी दबाव न केवल जाम बढ़ा रहा है, बल्कि वाहनों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण की स्थिति और खराब होती जा रही है।

सरकार ने इसके समाधान के लिए मल्टी-एजेंसी डीकंजेशन ब्लूप्रिंट तैयार किया है, जिसमें शॉर्ट-टर्म, मीडियम-टर्म और लॉन्ग-टर्म उपाय शामिल हैं।

कौनकौन से हैं दिल्ली के प्रदूषण हॉटस्पॉट?

एक इंटरनल प्रेजेंटेशन के अनुसार ये 62 हॉटस्पॉट दिल्ली के लगभग हर जिले में फैले हुए हैं। इनमें—

  • नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर भवभूति मार्ग
  • मधुबन चौक (उत्तर-पश्चिम दिल्ली)
  • मयूर विहार फेज-III (पूर्वी दिल्ली)
  • साउथ एक्सटेंशन (दक्षिण दिल्ली)
  • पंजाबी बाग (पश्चिम दिल्ली)
  • कश्मीरी गेट और आनंद विहार के घनी ट्रांजिट कॉरिडोर

सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में सफदरजंग अस्पताल रोड, अजमेरी गेट, साकेत मैक्स अस्पताल के बाहर की सड़क और पंजाबी बाग राउंडअबाउट शामिल हैं।

62 में से आधे स्थानों पर सुबह और शाम भारी जाम लगता है, जबकि 11 लोकेशंस शाम के समय और 6 क्षेत्र वीकेंड में बुरी तरह ब्लॉक हो जाते हैं।

ट्रैफिक जाम की बड़ी वजहेंरिपोर्ट का खुलासा

दिल्ली के इन हॉटस्पॉट की संयुक्त रिपोर्ट में कई संरचनात्मक कमियों को जाम की मुख्य वजह बताया गया है:

  • संकरी और टूटी सड़कें
  • अवैध पार्किंग
  • सड़क व फुटपाथ पर अतिक्रमण
  • गलत तरीके से बने चौराहे
  • लगातार चल रहे निर्माण कार्य
  • स्थानीय स्तर की अनियमितताएं

उदाहरण के लिए, तीस हजारी के पास वकीलों की गाड़ियों से दोनों लेन घिर जाती हैं, जिससे डीटीसी बस स्टैंड ब्लॉक हो जाता है।
वहीं मजनू का टीला क्षेत्र में फुटओवरब्रिज निर्माण और अनियंत्रित पार्किंग व बाजार भीड़ के कारण सड़कें घंटों जाम रहती हैं।

दिल्ली सरकार का थ्रीफेज एक्शन प्लान

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि कई हॉटस्पॉट पर तत्काल सुधार कार्य शुरू हो चुके हैं। तीन चरणों की योजना इस प्रकार है—

1. शॉर्टटर्म प्लान (तत्काल कदम)

  • पीक ऑवर में अतिरिक्त ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती
  • गलत पार्किंग व गलत दिशा में चलने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई
  • अतिक्रमण हटाना
  • फुटपाथ व सड़क की लाइनें री-पेंट करना
  • खराब सड़कों और गड्ढों की मरम्मत


2. मीडियम-टर्म प्लान (30–90 दिन)

  • चौराहों की रीडिजाइनिंग
  • नए ट्रैफिक आइलैंड
  • सिग्नल टाइमिंग में सुधार
  • बस स्टॉप व ऑटो स्टैंड का सही लोकेशन पर स्थानांतरण
  • उचित साइनज व रिफ्लेक्टर की व्यवस्था
  • प्रमुख अतिक्रमणों को स्थायी रूप से हटाना


3. लॉन्ग-टर्म प्लान (90 दिन से आगे)

  • सड़क चौड़ीकरण
  • सर्विस लेन का निर्माण
  • फुटओवरब्रिज व अंडरपास
  • स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम
  • एडैप्टिव सिग्नल
  • डेडिकेटेड बस लेन
  • मुख्य सड़कों पर जयरवॉकिंग रोकने के लिए लैंडस्केप्ड बैरिकेडिंग


कालिंदी कुंज और सराय काले खां जैसे हाई-प्रेशर पॉइंट्स के लिए विशेष प्लान

सबसे जटिल हॉटस्पॉट कालिंदी कुंज जंक्शन है, जहां नोएडा से आने वाली 6 लेन अचानक दिल्ली में 3 लेन में सिमट जाती हैं। इससे पीक ऑवर में क्षमता बेहद कम हो जाती है।

सराय काले खां में आरआरटीएस, रेलवे और बस ट्रैफिक का दबाव एक साथ होने से स्थिति और भी खराब रहती है। इसके लिए—

  • नई मर्ज लेन
  • ग्रेड सेपरेटर
  • बस व ऑटो के लिए अलग बे

जैसी सिफारिशें की गई हैं।

क्या मिलेगी जहरीली हवा से राहत?

सरकार को भरोसा है कि आने वाले महीनों में इन 62 हॉटस्पॉट पर जाम कम होगा, वाहन उत्सर्जन घटेगा और प्रदूषण स्तर में स्पष्ट सुधार देखा जाएगा। इससे न केवल राजधानी की हवा बेहतर होगी बल्कि ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी सुगम बनेगा।