MP का सबसे बड़ा नक्सली सरेंडर: 77 लाख का इनामी कबीर समेत 10 नक्सली CM के सामने करेंगे आत्म समर्पण

MP का सबसे बड़ा नक्सली सरेंडर: 77 लाख का इनामी कबीर समेत 10 नक्सली CM के सामने करेंगे आत्म समर्पण
December 7, 2025 at 7:54 pm

बालाघाट में 35 सालों से जारी नक्सलवाद अब लगभग अपने अंत की ओर है। 6 दिसंबर की रात एमएमसी जोन के KB डिवीजन के कुल 11 नक्सलियों ने सरेंडर किया, जिनमें 77 लाख रुपए का इनामी और मोस्ट वांटेड नक्सली कबीर भी शामिल है। सरेंडर की प्रक्रिया एक फॉरेस्ट गार्ड की मदद से शुरू हुई, जिसने नक्सलियों को हॉक फोर्स तक पहुंचाया।

कैसे हुआ सरेंडर?

सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने पहले एक फॉरेस्ट गार्ड से संपर्क किया और फिर हॉक फोर्स को संदेश भेजा। रात करीब 11 बजे वे बालाघाट रेंज IG के बंगले पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस अब सभी नक्सलियों की पूछताछ और डॉक्यूमेंटेशन कर रही है।

सरेंडर करने वालों में 4 महिला और 6 पुरुष नक्सली शामिल हैं। प्रमुख नामों में शामिल—

  • कबीर उर्फ महेंद्र (KB डिवीजन प्रमुख – 77 लाख इनाम)
  • नवीन
  • राकेश
  • समर उर्फ राजू आत्राम
  • लालसू
  • शिल्पा
  • जयशीला
  • जरीना
  • सोनी
  • जानकी
  • विक्रम

कबीर छत्तीसगढ़ के सुकमा का रहने वाला था और तीन राज्यों में मोस्ट वांटेड था।

CM मोहन यादव के सामने होगा ऐतिहासिक सरेंडर

7 दिसंबर को आयोजित विशेष समारोह में सभी नक्सली CM मोहन यादव को अपने हथियार सौंपेंगे और मुख्यधारा में लौटने की घोषणा करेंगे।
पूरी पुलिस फोर्स इन तैयारियों में जुटी है और SP आदित्य मिश्रा खुद मॉनिटर कर रहे हैं।

सुनीता से शुरू हुई प्रक्रिया, कबीर पर लगी अंतिम मुहर

नई समर्पण नीति लागू होने के बाद 1 नवंबर को सुनीता ओयाम के आत्मसमर्पण से शुरुआत हुई थी। इसके बाद—

  • 19 नवंबर: हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की शहादत
  • गोंदिया में GRB डिवीजन के 11 नक्सलियों का सरेंडर
  • बरकट्टा में दंपत्ति धनुष और पत्नी का आत्मसमर्पण

एक महीने में दो दर्जन से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है।

आँकड़े बताते हैं—नक्सल वाद का अंत करीब

साल 2024 में सुरक्षा बलों ने बालाघाट में 2350 से ज्यादा एंटी-नक्सल ऑपरेशन चलाए।
परिणाम—

  • 8 नक्सली मारे गए
  • दर्जनों ने सरेंडर किया
    इस बड़े आत्मसमर्पण को नक्सलवाद के ताबूत की आखिरी कील माना जा रहा है।


अब भी जारी है रामधेर की तलाश

माओवादी सेंट्रल कमेटी सदस्य रामधेर की तलाश अभी भी जारी है। माना जा रहा है कि उसके साथ करीब एक दर्जन नक्सली और सक्रिय हैं।
छत्तीसगढ़ सीमा से लगे लांजी क्षेत्र में 6 दिसंबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी। इसके कुछ घंटे बाद ही यह सामूहिक आत्मसमर्पण सामने आया।