इंदौर में बड़ा हादसा: पेंट हाउस में आग लगने से कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल की मौत

इंदौर में बड़ा हादसा: पेंट हाउस में आग लगने से कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल की मौत
October 23, 2025 at 9:10 pm

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में आज सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। शहर के लसूदिया थाना क्षेत्र स्थित एक लग्ज़री अपार्टमेंट के पेंटहाउस में आग लगने से कांग्रेस नेता और व्यवसायी प्रवेश अग्रवाल की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी और बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


कैसे लगी आग?

प्राथमिक जांच के अनुसार आग का कारण एयर कंडीशनर (AC) में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। फायर ब्रिगेड के मुताबिक, आग ने कुछ ही मिनटों में पूरे पेंटहाउस को अपनी चपेट में ले लिया।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि फायर सेफ्टी सिस्टम वहां काम नहीं कर रहा था। अग्निशमन उपकरण भी निष्क्रिय पाए गए।


राहत और बचाव अभियान

स्थानीय लोगों ने आग लगते ही दमकल विभाग को सूचना दी। करीब 30 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक प्रवेश अग्रवाल को गंभीर रूप से धुआं लग चुका था। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।


कौन थे प्रवेश अग्रवाल?

प्रवेश अग्रवाल इंदौर के प्रसिद्ध कारोबारी थे और कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे।
वे महिंद्रा कार शोरूम के मालिक थे और शहर के सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते थे। उनका परिवार स्थानीय स्तर पर काफी प्रतिष्ठित माना जाता है।


सुरक्षा मानकों में लापरवाही

दमकल विभाग की रिपोर्ट के अनुसार —

  • बिल्डिंग में फायर अलार्म सिस्टम निष्क्रिय था।
  • आपातकालीन निकास (Emergency Exit) का रास्ता बंद पाया गया।
  • आग बुझाने वाले उपकरण (Fire Extinguishers) पुराने और अनुपयोगी थे।

यह सभी लापरवाहियाँ हादसे को बड़ा बनाने में मुख्य कारण बनीं।


प्रशासनिक कार्रवाई

इंदौर नगर निगम और पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। बिल्डिंग मालिक और मेंटेनेंस कंपनी से पूछताछ जारी है। प्रशासन ने पूरे इलाके के हाई-राइज भवनों में फायर सेफ्टी ऑडिट के आदेश दिए हैं।


भविष्य में क्या उपाय जरूरी हैं?

विशेषज्ञों के अनुसार —

  • हर बिल्डिंग में साल में कम से कम एक बार फायर सेफ्टी निरीक्षण अनिवार्य किया जाना चाहिए।
  • सभी पेंटहाउस और ऊंची इमारतों में धुआं अलार्म सिस्टम (Smoke Detectors) और स्प्रिंकलर लाइन सक्रिय रहनी चाहिए।
  • नागरिकों को भी अपने घरों और कार्यालयों में आपातकालीन निकास मार्ग हमेशा खुला रखना चाहिए।


निष्कर्ष

इंदौर की यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि चेतावनी है कि सुरक्षा के नियमों को हल्के में लेना कितना खतरनाक हो सकता है।
कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल की असमय मृत्यु ने शहर को गहरे शोक में डाल दिया है और यह हादसा फिर से याद दिलाता है — सुरक्षा में लापरवाही, जान की कीमत बन सकती है।