कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़: यूपी STF ने शुभम और अभिषेक को किया गिरफ्तार

कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़: यूपी STF ने शुभम और अभिषेक को किया गिरफ्तार
December 11, 2025 at 8:57 pm

कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी में शामिल बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए यूपी एसटीएफ ने दो महत्वपूर्ण आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने सहारनपुर निवासी अभिषेक शर्मा और उसके भाई शुभम को लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र से दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो मोबाइल और कई फर्जी फर्मों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

सिंडिकेट से कैसे जुड़े थे आरोपी?

अभिषेक और शुभम नई दिल्ली में एबॉट कंपनी के सुपर डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम करते थे। जांच में सामने आया कि दोनों सहारनपुर के विशाल और विभोर राणा द्वारा संचालित फैंसीडिल कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट से जुड़े थे। वर्ष 2019 में अभिषेक जीआर ट्रेडिंग नाम की दवा फर्म में काम करता था, जहां वह शुरुआत में लोडिंग–अनलोडिंग का काम संभालता था। धीरे-धीरे वह इस अवैध कारोबार का हिस्सा बन गया।

कैसे चलता था फर्जी फर्मों का खेल?

अभिषेक ने बताया कि विशाल और विभोर एबॉट कंपनी की फैंसीडिल कफ सिरप की खेप मंगाकर फर्जी फर्मों के जरिए खरीद-बिक्री दिखाते थे और असल में यह सिरप नशे के तस्करों को सप्लाई किया जाता था।
यह प्रतिबंधित कफ सिरप बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश में तस्करी किया जाता था।

चार्टर्ड अकाउंटेंट अरुण सिंघल की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। उसने कई फर्जी फर्में खोलने में सिंडिकेट की मदद की, जिनमें बिट्टू और सचिन नामक व्यक्तियों के नाम पर बनाई गई कंपनियां भी शामिल हैं।

12 साजिश कर्ताओं की लिस्ट जारी

इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने बुधवार को कफ सिरप तस्करी नेटवर्क से जुड़े कुल 12 आरोपियों की सूची जारी की। एफएसडीए की जांच में जिन मुख्य साजिशकर्ताओं के नाम सामने आए हैं, वे निम्नलिखित हैं—


विभोर राणा, सौरभ त्यागी, विशाल राणा, पप्पन यादव, शादाब, मनोहर जायसवाल, अभिषेक शर्मा, विशाल उपाध्याय, भोला प्रसाद, शुभम जायसवाल, आकाश पाठक और विनोद अग्रवाल।

यूपी एसटीएफ इस पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार दबिश दे रही है।