लखनऊ में नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के सत्यापन को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। पहचान संबंधी दस्तावेज़ मांगे जाने के बाद लगभग 160 सफाई कर्मचारियों ने अचानक काम छोड़कर भागने की घटना ने प्रशासन को चौंका दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, नगर निगम ने लखनऊ स्वच्छता अभियान प्राइवेट लिमिटेड(LSA) को निर्देश दिया था कि वह अपने कर्मचारियों की पहचान की जांच करे और संदिग्ध रोहिंग्या तथा बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान सुनिश्चित करे। इसके बाद LSA ने असम मूल के कर्मचारियों से NRC से जुड़े दस्तावेज, जबकि अन्य कर्मचारियों से आधार सहित पहचान पत्र जमा करने को कहा।
दस्तावेज़ सत्यापन का नोटिस मिलते ही कूड़ा कलेक्शन में काम करने वाले करीब 125 कर्मचारी, और सफाई कार्य में लगे लगभग 35 कर्मचारी, बिना दस्तावेज़ जमा किए ही नौकरी छोड़कर चले गए। LSA ने इस पूरी स्थिति की जानकारी नगर निगम को भेज दी है।
LSA संस्था शहर के पांच जोन में कूड़ा कलेक्शन और सफाई का काम संभालती है, जहां लगभग 1,000 सफाई कर्मी और 2,200 डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर्मचारी कार्यरत हैं। अचानक इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के छोड़कर जाने से नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी असर पड़ने की आशंका है।