प्रयागराज में जनवरी 2026 से शुरू होने वाले भव्य माघ मेला की तैयारियाँ तेज़ी पर हैं, लेकिन मेले की शुरुआत से पहले ही भूमि आवंटन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। जमीन न मिलने से नाराज़ साधु-संतों ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण के गेट पर धरना देकर प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
खाकचौक के प्रधानमंत्री संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा ने बताया कि कई मुकाम धारकों को अब तक जमीन आवंटित नहीं की गई है। मजबूरी में उन्हें प्रशासनिक कार्यालय के सामने बैठकर विरोध करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दलदली जमीन के कारण आवंटन में दिक्कतें बढ़ रही हैं, जिससे संतों की व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
मेला प्रशासन ने सोमवार को खाक चौक के संतों के लिए भूमि वितरण शुरू किया था। अब तक सिर्फ दंड़ी बाड़ा और आचार्य बाड़ा को ही भूमि आवंटन मिल पाया है। इस वर्ष मेले में 4,500 से अधिक संस्थाओं को बसाया जाना है, जिसके चलते प्रशासन पर दबाव और बढ़ गया है।
माघ मेला2026: प्रमुख स्नान पर्व
हर स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है।
12–15 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
अधिकारियों के अनुसार, 3 जनवरी से 1 फरवरी के बीच 20–25 लाख कल्पवासी संगम तट पर एक माह तक तप, जप और नियमों का पालन करते हुए प्रवास करेंगे। अनुमान है कि पूरे मेले में 12 से 15 करोड़ भक्त संगम में पवित्र स्नान करेंगे।
तेजी से हो रही तैयारियों के बीच प्रशासन सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, सड़क, बैरिकेडिंग और सफाई व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है।