मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज (रविवार) से आम यात्रियों के लिए मेट्रो का कमर्शियल संचालन शुरू हो गया है। सुबह 9 बजे एम्स मेट्रो स्टेशन से पहली मेट्रो ने रफ्तार भरी, जबकि आखिरी फेरा शाम 7 बजे तक होगा।
शुरुआती चरण में मेट्रो कुल 17 फेरे लगाएगी—सुभाष नगर से 9 और एम्स से 8।
किराया संरचना भी जारी कर दी गई है। पहले दो स्टेशनों तक सफर का किराया 20 रुपये, तीन से पांच स्टेशनों के लिए 30 रुपये, जबकि सात से आठ स्टेशनों के लिए 40 रुपये तय किया गया है। भोपाल में पहले दिन से ही पूरा किराया लागू रहेगा—यहां किसी तरह की मुफ्त यात्रा या प्रमोशनल छूट नहीं दी गई है।
इससे पहले इंदौर में मेट्रो की शुरुआत के दौरान एक सप्ताह तक मुफ्त यात्रा और बाद में किराये में छूट दी गई थी। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, इंदौर राज्य का पहला मेट्रो शहर होने के कारण वहां प्रमोशनल पॉलिसी अपनाई गई थी, जबकि भोपाल के लिए ऐसी कोई नीति नहीं है।
7 किलोमीटर का शुरुआती ट्रैक
भोपाल मेट्रो फिलहाल 7 किमी के शुरुआती ट्रैक पर चलेगी। शुरुआत में मेट्रो का संचालन मैनुअल (लोको पायलट) के जरिए किया जाएगा। भविष्य में पायलट-लेस ऑपरेशन की दिशा में भी काम शुरू किया जाएगा।
20 दिसंबर को हुआ था उद्घाटन
शनिवार को मेट्रो का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल के भीतर इंदौर के बाद भोपाल को मेट्रो की सौगात मिलना प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने यह भी कहा कि राजा भोज की नगरी अब मेट्रो नगरी बन चुकी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेज़ी से बुनियादी ढांचे में आगे बढ़ रहा है।