दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बीते 24 घंटों में हवा की रफ्तार धीमी पड़ते ही प्रदूषण की मोटी परत पूरे इलाके में छा गई है। नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 766 तक पहुंच गया, जबकि गाजियाबाद में यह 672 दर्ज किया गया। कई इलाकों में AQI 500 से ऊपर बना हुआ है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद गंभीर स्थिति मानी जाती है।
मौसम विभाग के अनुसार, पहले 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण प्रदूषण में कुछ राहत मिली थी, लेकिन अब हवा की गति घटकर करीब 8 किलोमीटर प्रति घंटा रह गई है। हवाओं की सुस्ती के चलते प्रदूषक कण वातावरण में फंसे हुए हैं, जिससे स्मॉग की चादर चारों ओर दिखाई दे रही है।
मौसम की बात करें तो दिल्ली का न्यूनतम तापमान करीब 9 से 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। दिन के समय धूप तेज महसूस हो रही है और ठंडी हवाएं लगभग नदारद हैं। केवल रात में हल्की ठंड बनी हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 13 दिसंबर से 18 दिसंबर तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को फिलहाल कड़ाके की सर्दी का इंतजार करना पड़ेगा।
उत्तर भारत में हवाएं कमजोर हो गई हैं, जिसके चलते दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण बर्फबारी हो रही है, जबकि मैदानी इलाकों में कोहरे की स्थिति बनी हुई है।
आने वाले सप्ताहांत में दिल्ली-एनसीआर में बादल छाने और कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे प्रदूषण में थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, तब तक लोगों को खराब हवा और स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से सावधान रहने की सलाह दी गई है।