आईसीआईसीआई बैंक के एक निर्णय से बचत खाता धारकों की बढ़ी मुश्किलें, बैंक ने न्यूनतम बचत राशि बढ़ाकर ₹50,000 की।

आईसीआईसीआई बैंक के एक निर्णय से बचत खाता धारकों की बढ़ी मुश्किलें, बैंक ने न्यूनतम बचत राशि बढ़ाकर ₹50,000 की।
August 11, 2025 at 12:53 pm

ICICI Bank Raises MAB Requirement: भारत के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने अपने नये बचत खाता धारकों को सोचने के लिए विवश कर दिया है। बैंक ने न्यूनतम मासिक औसत शेष राशि (MAB) में अच्छी खाशी बृद्धि की है। इसे बढाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि 1 अगस्त, 2025 के बाद सभी खुले बचत खातों पर लागू होगी। यह न्यूनतम राशि भारत की अन्य बैंकों की तुलना में कहीं ज्यादा है।

बतादें, आईसीआईसीआई बैंक के महानगरीय और शहरी शाखाओं के ग्राहकों के लिए न्यूनतम औसत शेष राशि 10,000 से बढाकर 50,000 रुपये कर दी है। जबकि अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, न्यूनतम शेष राशि जो अब तक 5,000 रुपये थी, उसे से बढाकर 25,000 रुपये कर दिया है। वहीं, ग्रामीण इलाके के खातों के लिए न्यूनतम मासिक औसत शेष राशि 2,500 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गयी है।

आईसीआईसीआई बैंक आवश्यक न्यूनतम मासिक औसत शेष राशि (MAB) में कमी का 6% या 500 रुपये, जो भी कम होगा उसे ग्राहकों से जुर्माने के रूप में वसूलेगा। बतादें, महानगर शाखा में 10,000 रुपये की कमी होने पर सामान्यतः 600 रुपये का जुर्माना लगता था, वही अब नए नियमों के तहत यह जुर्माना 500 रुपये तक सीमित कर दिया गया है।

MAB में बदलाव के साथ आईसीआईसीआई बैंक ने अपने नकद लेनदेन के नियमों में भी परिवर्तन किया है। बचत बैंक खाता धारकों (Saving Bank Account Holders) को हर महीने 3 फ्री कैश डिपाजिट (जमा लेनदेन) की सुविधा मिलेगी। यह राशि अधिकतम 1 लाख रुपये तक हो सकती है। अगर 1 लाख से अधिक और 3 से ज्यादा बार कैश जमा किया तो 150 रुपये प्रति लेनदेन या 1,000 रुपये जमा पर 3.50 रुपये (जो भी अधिक हो) का शुल्क लगेगा।