PM Kisan सम्मान निधि योजना 2025: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना के तहत करोड़ों किसानों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। दरअसल, सरकार किसानों के बैंक खातों में 21वीं किस्त की राशि ट्रांसफर करने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि यह भुगतान अक्टूबर 2025 में किया जा सकता है।
इस बार की किस्त को खास माना जा रहा है क्योंकि यह नवरात्र और दिवाली के बीच जारी हो सकती है। त्योहारों के मौसम में किसानों के खातों में 2,000 रुपये की राशि पहुंचना उनके लिए किसी दिवाली गिफ्ट से कम नहीं होगा। सरकार का लक्ष्य है कि त्योहारों से पहले किसानों को आर्थिक सहारा मिल सके ताकि वे खेती-बाड़ी और घरेलू खर्च आसानी से पूरा कर सकें।
पिछली यानी 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को जारी की गई थी, जिसमें लगभग 9.7 करोड़ किसानों को सीधी आर्थिक सहायता मिली थी। अब उम्मीद की जा रही है कि 21वीं किस्त में करीब 10 करोड़ किसानों को लाभ पहुंचेगा।
पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त का लाभ पाने के लिए किसानों को कुछ जरूरी औपचारिकताएँ पूरी करनी होंगी। सबसे अहम है e-KYC। यदि किसी किसान की e-KYC पूरी नहीं है तो उसकी किस्त रोकी जा सकती है। इसके अलावा, आधार कार्ड का बैंक खाते से लिंक होना भी अनिवार्य है। सरकार सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए पैसा भेजती है, ऐसे में गलत जानकारी या अधूरी प्रक्रिया के कारण भुगतान अटक सकता है।
सरकार बार-बार किसानों से अपील कर रही है कि वे समय रहते e-KYC करा लें और आधार को बैंक खाते से लिंक करवा लें। इससे दिवाली से पहले आने वाली किस्त में कोई परेशानी नहीं होगी और किसान समय पर योजना का लाभ उठा पाएंगे।
किसान घर बैठे यह पता कर सकते हैं कि उनकी किस्त आई है या नहीं। इसके लिए उन्हें केवल पीएम किसान पोर्टल पर जाना होगा। पूरी प्रक्रिया इस प्रकार है:
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना की शुरुआत वर्ष 2019 में छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों को आर्थिक सहारा देने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना के तहत अब तक किसानों को करीब 3.69 लाख करोड़ रुपये सीधे बैंक खातों में भेजे जा चुके हैं।
योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि राशि सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से आती है, जिससे बीच में किसी तरह की गड़बड़ी या देरी की संभावना कम हो जाती है। इससे किसानों को खेती-बाड़ी, बीज, खाद और घरेलू खर्चों में राहत मिलती है।
त्योहारों के समय किसानों के खातों में आने वाली 21वीं किस्त उनके लिए दिवाली गिफ्ट साबित होगी। इससे न केवल खेती के काम आसान होंगे बल्कि परिवार की आवश्यकताओं को भी समय पर पूरा किया जा सकेगा।