सूर्य का कर्क राशि में गोचर 2025: सूर्य ने कर्क राशि में (Sun Transit in Cancer) 16 जुलाई की शाम 05:17 पर प्रवेश कर लिया है। जहां पहले से ही बुध विराजमान हैं। सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश से वृषभ, कन्या सहित 4 राशियों के जातक डबल राजयोग से सुख समृद्धि के साथ साथ खूब आर्थिक लाभ और उन्नति पाएंगे। ज्योतिष में सूर्यदेव आत्मा, मान-सम्मान, उच्च पद, नेतृत्व क्षमता आदि के कारक माने गए हैं। आइए जानते हैं सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले शुभ अशुभ प्रभाव।
मेष राशि के जातकों के लिए पंचमेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा। जो पारिवारिक समस्याओं को बढ़ाने वाला हो सकता है। माता से सहयोग मिलेगा। अथक प्रयास के बाद भूमि, वाहन की प्राप्ति संभव है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए चतुर्थेश सूर्य का कर्क राशि राशि में गोचर तृतीय भाव में होगा। जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। कार्यक्षेत्र में किए गए निर्णय निश्चय ही सफलता दिलाएंगे। परिवार में छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ सकता है।
मिथुन राशि के जातकों के लिए तृतीयेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। बड़े परिश्रम के बाद ही धन संचय संभव है। दाहिनी आंख में कष्ट हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। आकस्मिक धन प्राप्ति का योग बन रहे हैं।
कर्क राशि के जातकों के लिए द्वितीयेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर प्रथम भाव (लग्न) में होगा। इस दौरान आपके आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में बढ़ोतरी होगी। जो निश्चय ही सम्मान दिलाएगा। सरकार से मिलने वाले सहयोग में वृद्धि होगी।
सिंह राशि के जातकों के लिए लग्नेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो जीवन में अधिक भागदौड़ और खर्च की ओर इशारा कर रहा है। विदेश से लाभ मिलने की संभावना है।
कन्या राशि के जातकों के लिए द्वादशेष सूर्य का कर्क राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो हर ओर से सफलता दिलायेगा। आय के नए स्रोत बनाने में किए गए प्रयास सफल होंगे। इस दौरान कोई इच्छा पूर्ति हो सकती है। दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। किसी भी तरह का नशा करने से बचें।
तुला राशि के जातकों के लिए एकादशेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर, दशम भाव में होगा। जो किसी वरदान से कम नहीं है। राजनीति में शामिल लोगों के लिए भाग्य वृद्धि का योग है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता के योग बन रहे हैं। किसी प्रशासनिक कार्य के पूरे होने का समय है। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए दशमेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य और आध्यात्म में वृद्धि करेगा। कड़ी मेहनत के बाद सफलता के योग बनेंगे। धार्मिक कार्यों में अधिक समय व्यतीत होगा।
धनु राशि के जातकों के लिए नवमेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो स्वास्थ्य के प्रति चिंताओं का बढ़ाएगा। पैतृक संपत्ति की प्राप्ति संभव है। समाज में सम्मान मिलने के योग बनेंगे।
मकर राशि के जातकों के लिए अष्टमेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर सातवें भाव में होगा। दांपत्य जीवन में कुछ कड़वाहट आ सकती है। कार्य व्यापार में उन्नति के योग हैं। लेकिन इस अवधि में साझेदारी के व्यापार को शुरू करने से बचें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तमेश सूर्य का कर्क राशि में गोचर छठे भाव में होगा। गुप्त शत्रु परास्त होंगे। भागदौड़ अधिक रहेगी। कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा रहेगा। नौकरीपेशा जातकों इस दौरान लाभ और प्रमोशन के योग बनेंगे। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
मीन राशि के जातकों के लिए षष्ठेश सूर्य का मिथुन राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो सकते हैं। आपको संतान पक्ष से सुख की प्राप्ति होगी।
सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए –