हांगकांग में भीषण आग: बांस के मचान बने हादसे की बड़ी वजह, 55 की मौत, सैकड़ों लापता

हांगकांग में भीषण आग: बांस के मचान बने हादसे की बड़ी वजह, 55 की मौत, सैकड़ों लापता
November 27, 2025 at 2:41 pm

हांगकांग के ताई पो जिले में एक विशाल आवासीय परिसर में लगी भीषण आग ने पूरे शहर को हिला दिया। इस हादसे में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई है और 279 से अधिक निवासी लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, आग इतनी तेज़ी से फैली कि राहत कार्य बेहद कठिन हो गए।

कैसे लगी आग?

ताई पो के ‘वांग फुक कोर्ट’ नामक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की सभी आठ इमारतें बांस के मचान (Bamboo Scaffolding) से ढकी हुई थीं, क्योंकि वहां मरम्मत का काम चल रहा था। माना जा रहा है कि आग की शुरुआत इसी मचान से हुई और तेज़ हवा के कारण फ्लेम्स मिनटों में कई टावरों तक फैल गईं।

कॉम्प्लेक्स की हर इमारत 35 मंजिला थी और पूरे परिसर में करीब 2,000 अपार्टमेंट थे। बांस के मचान में तेजी से आग के कारण मलबा नीचे गिरता रहा, जिससे लपटों ने और विकराल रूप ले लिया।

हांगकांग में बांस के मचान ही क्यों लगाए जाते हैं?

हांगकांग उन चुनिंदा शहरों में शामिल है जहां आज भी बड़े पैमाने पर बांस की स्कैफोल्डिंग का उपयोग किया जाता है। इसके कारण हैं:

  • स्टील के मुकाबले हल्का होने से लगाना व हटाना आसान
  • कम लागत
  • परंपरागत निर्माण तकनीक
  • संकरी जगहों में मेटल स्कैफोल्डिंग लगाना मुश्किल होने पर बांस ही विकल्प बनता है

हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि मेटल स्कैफोल्डिंग ज्यादा सुरक्षित व स्थिर होती है।

राहत कार्य जारी, अस्थायी शेल्टर बनाए गए

आग पर काबू पाने में दमकल विभाग को 20 घंटे से अधिक का समय लग रहा है। प्रभावित लोगों के लिए कॉन्ग फुक कम्युनिटी हॉल और तुंग चेओंग स्ट्रीट लीजर बिल्डिंग में अस्थायी शिविर बनाए गए हैं।

तीन गिरफ्तार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मदद की घोषणा की

अधिकारियों ने घटना के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए राहत कार्यों के लिए 20 लाख युआन (लगभग ₹2.5 करोड़) देने की घोषणा की है।