ग्रहमण्डल के सेनापति मंगल ने बुध की राशि मिथुन में 21 जनवरी को 72 दिनों के लिए किया प्रवेश, कुछ राशियों को शुभ और कुछ को देंगे अशुभ फल। भूमि पुत्र मंगल 21 जनवरी को वक्री अवस्था में रहते हुए कर्क से मिथुन राशि में प्रवेश कर गए हैं। 24 फरवरी को ये मार्गी हो जाएंगे। इसके बाद 2 अप्रैल को फिर से अपनी नीच राशि कर्क में गोचर करेंगे। आइए जानते हैं मंगल का मिथुन राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव।
- मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। लेकिन छोटे भाई बहिनों से मतभेद बढ़ सकते हैं।
- वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर दूसरे भाव में होगा जो खर्च बढ़ाएंगे। पैतृक संपत्ति को लेकर घर में विवाद हो सकता है। धैर्य से काम लें।
- मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा जो स्वभाव में आक्रामकता ला सकता है। सोच समझकर ही निर्णय लें।
- कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा जो अच्छा नहीं माना जाता। फिजूलखर्ची से बचें, बहुत जरूरत पर ही लंबी यात्रा करें।
- सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर एकादश भाव में होगा जो अधिकतर शुभ फल देगा। लेकिन बड़े भाई बहिनों से मतभेद हो सकते हैं।
- कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर दशम भाव में होगा जो कार्यक्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल रखते हुए उन्नति की ओर संकेत करता है।
- तुला राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर नवम भाव में होगा जो मिले जुले फल देगा। पराक्रम में वृद्धि करेगा और साझेदारी के कार्यों में सफलता दिलायेगा।
- वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। यात्रा सावधानी से करें। वाहन सजगता से चलाएं।
- धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा जो दांपत्य जीवन के लिए तो अच्छा नहीं है लेकिन व्यापार में विदेश से लाभ के योग बनाएगा।
- मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर छठे भाव में होगा जो शुभ फल देगा। लंबी यात्रा पर अधिक खर्च हो सकता है। कर्ज लेने से बचें और स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहें।
- कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर पंचम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। प्रेम संबंधी मामलों में सफलता के योग हैं।
- मीन राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा जो मिश्रित फल देगा। पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का योग है। स्वभाव में सौम्यता रखें।
उपाय: मंगल के अशुभ फलों को नष्ट करने के लिए गौवंश को गुड़ खिलाएं। बड़े भाई को सम्मान और छोटे को उपहार दें। बंदरों को चने और भूखे निर्धनों को मीठे रोठ खिलाएं।