सौर मंडल के राजकुमार बुध ने 6 जून की सुबह स्वयं की राशि मिथुन में किया प्रवेश, स्वराशि में बैठकर बनाया भद्र नामक महापुरुष राज योग, जानें सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

सौर मंडल के राजकुमार बुध ने 6 जून की सुबह स्वयं की राशि मिथुन में किया प्रवेश, स्वराशि में बैठकर बनाया भद्र नामक महापुरुष राज योग, जानें सभी 12 राशियों पर प्रभाव।
June 7, 2025 at 5:14 pm

बुध का मिथुन राशि में गोचर: ग्रहों के राजकुमार बुध का गोचर 6 जून को सुबह 09:29 अपनी ही राशि मिथुन में हो चुका है। बुध इस राशि में 16 दिनों तक रहेंगे। अपनी स्वराशि में बैठकर बुध भद्र नामक महापुरुष योग बनाएंगे। यहां (मिथुन में) गुरु पहले से ही विराजमान हैं। बुध-गुरु की युति इस योग को और भी प्रबल बनाएगी, जिससे जातक की बौद्धिक क्षमता, निर्णय लेने की शक्ति और प्रभावशाली वाणी में वृद्धि होगी। 16 दिन मिथुन राशि में रहकर बुध 22 जून को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। बुध ग्रह द्विस्वभाव का ग्रह है जो वाणी, संचार, बुद्धि और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का मिथुन राशि में गोचर (Mercury Transit in Gemini) कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ के लिए अशुभ फल देगा। आइये जानते हैं बुध का मिथुन राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

मेष राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा। जो पराक्रम, छोटे भाई बहिन और इच्छाओं का है। पराक्रम में वृद्धि के साथ साथ इच्छाओं की पूर्ति होगी। बुध गुरु के साथ मिलकर निर्णय क्षमता को बढ़ाएंगे।

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। जो धन, वाणी, कुटुंब, स्वभाव और खान पान का है। द्वितीय भाव में रहकर बुध वाणी को तेजस्वी बनायेंगे और व्यवसाय में वृद्धि होगी। पैतृक संपत्ति से लाभ के योग बनेंगे।

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा। जो हमारे शरीर, मुख और दादी का भाव है। प्रथम भाव में बुध को दिशा बल मिलने के कारण और मजबूत होकर शुभ फल देंगे। प्रथम भाव में गुरु के साथ मिलकर बुध भद्र नामक महापुरुष योग बनाएंगे जो एक प्रभावशाली व्यक्तित्व का निर्माण करेगा।

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो व्यय, भोग, विदेश का भाव है। बुध का द्वादश में गोचर फिजूलखर्ची बढ़वा सकता है। कार्यक्षेत्र में कुछ तनाव बन सकता है।

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो लाभ, आय, इच्छापूर्ति का है। एकादश में बुध का गोचर हर मायने में लाभकारी रहेगा। गुरु के साथ मिलकर बुध यहां लाभ के योग बनाएंगे। आपकी लंबे समय से चली आ रही इच्छा की पूर्ति का योग बनेगा

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर दशम भाव में होगा। जो कार्यक्षेत्र, राज्य, पिता का भाव है। दशम भाव में बुध गुरु के साथ मिलकर भद्र नामक महापुरुष योग बनाएंगे। जो कार्यक्षेत्र में विशेष सफलता के योग बनाएगा।

तुला राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य, धर्म, पिता का भाव है। बुध का नवम भाव में गोचर व्यापार और कैरियर में वृद्धि के योग बनाएगा। गुरु के साथ मिलकर भाग्य की उन्नति करेंगे। पिता का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो आयु, शोध, अचानक हानि व लाभ का भाव है। अष्टम भाव में बुध गुरु के साथ मिलकर व्यापार में अचानक लाभ के योग बनाएंगे। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा। जो दांपत्य, साझेदारी, व्यापार का भाव है। सप्तम भाव में बुध स्वराशि में बैठकर भद्र नामक महापुरुष योग का निर्माण करेंगे। गुरु के साथ मिलकर दांपत्य जीवन में मधुरता लायेंगे। साझेदारी के व्यापार में लाभ मिलेगा।

मकर राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर छठे भाव में होगा। जो शत्रु, कर्ज, चोट, नौकरी का भाव है। छठे भाव में बुध गुरु के साथ मिलकर नौकरी में प्रमोशन के योग बनाएंगे। पत्नी/पति के स्वास्थ्य की चिंता बन सकती है। फिजूल खर्ची से बचें।

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो संतान, प्रेम, बुद्धि, प्रतियोगिता का भाव है। संतान के किसी प्रतियोगिता में सफल होने के योग हैं। लेकिन संतान के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रह सकती है। बुध यहां गुरु के साथ मिलकर प्रतियोगी छात्रों के लिए अच्छा समय लाएंगे।

मीन राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव

मीन राशि के जातकों के लिए बुध का मिथुन राशि में गोचर चौथे भाव में होगा। जो माता, भूमि, वाहन का भाव है। चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए बुध माता से मधुर संबंध रखेंगे। स्वराशि में होकर केंद्र में बैठने से भद्र नामक महापुरुष का निर्माण होगा। भूमि और भवन से लाभ के योग बनेंगे।

बुध को शुभ करने के उपाय

बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने और शुभ प्रभाव को और बढ़ाने के लिए –

  1. अपनी बेटी, बहिन, बुआ का सम्मान करें एवं उन्हें उपहार दें।
  2. छोटी कन्याओं को हरी चूड़ियां पहनायें।
  3. किन्नरों को भोजन करायें एवं भेंट दें।
  4. गाय को हरा चारा खिलायें।
  5. बुध के बीज मन्त्र का जाप करें।