श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई गणपति मंदिर, पुणे, महाराष्ट्र

श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई गणपति मंदिर, पुणे, महाराष्ट्र
June 4, 2025 at 4:42 am

प्रथम पूज्य भगवान गणेश को समर्पित यह मंदिर भारत के महाराष्ट्र प्रांत के पुणे जिले के सुंदर नगर में स्थित है। इस मंदिर को दगड़ूशेठ नाम के हलवाई ने बनवाया था, तभी से इस मंदिर को श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई मंदिर (Shreemant Dagdusheth Halwai Ganpati Mandir) के नाम से जाना जाता है। लेकिन आम बोलचाल में इस मंदिर को दगड़ूशेठ का मंदिर कहते हैं। वैसे तो आप इस मंदिर में कभी भी आ सकते हैं लेकिन गणेश उत्सव के समय इस मंदिर की रौनक देखने लायक होती है। यहां मान्यता है कि मंदिर पहुंचने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और विघ्नहर्ता सभी विघ्नों को दूर करते हैं। श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई गणपति मंदिर से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता।

एक प्रचलित कथानुसार, दगड़ू शेठ हलवाई कोलकाता से पुणे पहुंचे थे, तब उस समय प्लेग महामारी फैली हुई थी। इस महामारी के चलते दगड़ू शेठ हलवाई के बेटे की मौत हो गई। इस हादसे के बाद से दगड़ू शेठ परेशान होने लगे और चाहते थे कि किसी भी तरह बेटे की आत्मा को शांति मिल जाए। इसके लिए उन्होंने एक पंडित को बुलाया और उपाय पूछा। पंडितजी ने भगवान गणेश का मंदिर बनवाने की सलाह दी। सलाह को मानते हुए दगड़ू शेठ ने साल 1893 में एक भव्य गणेश मंदिर का निर्माण करवाया और गणपति की प्रतिमा स्थापित की। बताया जाता है कि स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने दगड़ूशेठ गणपति मंदिर से ही गणेश उत्सव की शुरुआत की थी। तब से यहां हर साल धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जाने लगा।

दगड़ूशेठ मंदिर में भगवान गणेश के चेहरे पर ही करीब 8 किलो सोने का काम किया गया है। यहां भगवान गणेश की प्रतिमा 7.5 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी है। प्रतिमा के कान भी सोने के हैं और 9 किलो से भी अधिक वजन का भगवान गणेश को मुकुट पहनाया गया है। साथ ही सोने की भारी गहने भी पहनाए गए हैं। देश के सभी गणेश मंदिरों में यहां स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा सबसे खूबसूरत में से एक है।