Rahu Transit In Aquarius 2025: 18 मई 2025, रविवार को सायं 4:30 बजे राहु ने मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश कर लिया। राहु का यह गोचर 5 दिसंबर 2026 तक प्रभावी रहेगा। वैदिक ज्योतिष में राहु एक रहस्यमय और प्रभावशाली छाया ग्रह है, जो जीवन में अचानक परिवर्तन, भ्रम, आकस्मिक लाभ या हानि और मानसिक असंतुलन जैसे प्रभाव लाता है। राहु एक राशि में 18 महीने रहता है। राहु कुछ राशियों के लिए प्रगति, नए अवसर और आर्थिक लाभ लेकर आयेगा, वहीं कुछ राशियों की चुनौतियों बढ़ेंगीं। जिन लोगों की राहु की महादशा या अंतर्दशा चल रही है उन लोगों इस गोचर का प्रभाव अधिक गहराई से महसूस होगा। राहु का यह परिवर्तन जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे करियर, संबंध, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं राहु के कुंभ राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।
मेष राशि के जातकों के लिए राहु ने एकादश भाव में प्रवेश किया है, जो आय और लाभ का भाव है। एकादश में गोचर करने से आय में वृद्धि होगी और आय के नए स्रोत बनेंगे। नए स्रोतों से लाभ होगा, लेकिन आपको सट्टा, लॉटरी या शेयर बाजार में अधिक जोखिम से बचना चाहिए।
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर दशम भाव में हो रहा है जो कार्य क्षेत्र और सामाजिक छवि से जुड़ा होता है। परिवार में कुछ उलझनें या मतभेद हो सकते हैं, अतः विवादों से दूर रहें और धैर्य से परिस्थितियों को संभालें। वाणी पर नियंत्रण रखें। कामकाज में उतार-चढ़ाव रह सकता है। मां के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ सकती है।
मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर नवम भाव में होगा, जो भाग्य, पिता, धर्म का भाव है। इस दौरान धार्मिक यात्रा या उच्च अध्ययन की योजनाएं बन सकती हैं। काम के लिए अधिक मेहनत और भागदौड़ करनी पड़ सकती है। भाग्य का साथ धीरे-धीरे मिलेगा, धैर्य से काम लें। कार्यक्षेत्र में जोश में होश न खोयें।
कर्क राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर आठवें भाव में होगा जो मृत्यु, अचानक हानि और गुप्त लाभ का भाव है। इस दौरान धन संबंधित मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं या कोई अप्रत्याशित आर्थिक जिम्मेदारी आ सकती है। निवेश सोच-समझकर करें। स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ी चिंता रह सकती है।
सिंह राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर 7वें भाव में होगा। केतु के लग्न पर प्रभाव के साथ राहु का गोचर भी आपके सातवें भाव को प्रभावित करेगा। दांपत्य जीवन और पारिवारिक संबंधों में तनाव या गलतफहमी हो सकती है। आपको अपने क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।
कन्या राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर छठे भाव में होगा, जो प्रतिस्पर्धा, शत्रु और स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। छठे घर में राहु अच्छा फल देते हैं। इसलिए यह समय मान-सम्मान बढ़ाने वाला हो सकता है, बशर्ते आप निस्वार्थ भाव से मेहनत करते रहें। कानूनी मामलों में विजय के योग बन रहे हैं।
तुला राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर पंचम भाव में होगा। लग्न पर दृष्टि होने की वजह से मानसिक चिंता और भय रह सकता है। पूजा-पाठ, ध्यान और प्राणायाम से मन मजबूत होगा। संतान के प्रति बन रही चिंताएं भी दूर होंगी। जल्दी मुनाफा कमाने के चक्कर में शॉर्टकट अपनाने से बचें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर चतुर्थ भाव में होगा जो माता, वाहन, भूमि एवं सुख का भाव है। राहु के गोचर से पारिवारिक और घरेलू मामलों में थोड़ी अशांति रह सकती है। वाहन या संपत्ति से जुड़ी योजनाओं में बाधा आ सकती है, इसलिए कोई भी बड़ा निर्णय सोच-समझकर लें। कार्यक्षेत्र में सावधानी जरूरी है।
धनु राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर तृतीय भाव में होगा जो पराक्रम, छोटे भाई बहिनों और इच्छाओं का भाव है। राहु तीसरे घर में अच्छा फल देते हैं इसलिए राहु का यह गोचर आपको साहसी और सक्रिय बनाएगा। इस दौरान आप दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयासों से इच्छित परिणाम पा सकते हैं। तरक्की के अच्छे संकेत हैं, लेकिन जल्दबाज़ी से बचें।
मकर राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर द्वितीय भाव में होगा जो वाणी, कुटुंब, धन संग्रह का भाव है। राहु का यह गोचर आपके वाणी और धन को प्रभावित करेगा। बोलचाल में संयम रखें क्योंकि कोई भी बात विवाद का कारण बन सकती है। आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं, लेकिन निवेश करते समय सतर्कता जरूरी है।
कुंभ राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर लग्न भाव में होगा, जिससे आपका व्यक्तित्व, सोच और मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। तनाव बढ़ सकता है, इसलिए योग, ध्यान और संयम का सहारा लें। सप्तम दृष्टि से 7वें घर को देखेगा। जिस कारण वैवाहिक जीवन में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। संयम से काम लें।
मीन राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर बारहवें भाव में रहेगा। यह समय विदेश यात्रा, खर्चों और गुप्त शत्रुओं से जुड़ा हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और धन का प्रबंधन सोच-समझकर करें। किसी बड़ी योजना में निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।