केंद्रीय गृह मंत्रालय का सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल कराने का निर्देश, छात्रों-नागरिकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।

केंद्रीय गृह मंत्रालय का सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल कराने का निर्देश, छात्रों-नागरिकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।

MHA Directs States To Conduct Mock Drills: 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में भारी तनाव देखने को मिल रहा है। दोनों देशों की तैयारियां जंग की तरफ इशारा कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में पहलगाम हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को मिटटी में मिलाने का ऐलान भी किया है।

इन कठिन हालातों के बीच संभावित युद्ध के खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए निर्देश जारी किये गए हैं। इस आदेश में 7 मई को हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन और ब्लैकआउट को लेकर मॉकड्रिल करने को कहा गया। इस निर्देश के बाद सभी राज्यों में मॉक ड्रिल की तैयारी शुरूकर दी गई है। देश भर के कुल 244 जिलों में कल 7 मई को मॉक ड्रिल होगी।

यूपी डीजी सिविल डिफेंस ने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मॉक ड्रिल की तैयारी शुरू कर दी है। उत्तरप्रदेश के सभी जिले के कप्तानों, पुलिस कमिश्नरो, नागरिक सुरक्षा संगठनों के सदस्यों और प्रशासन के अफ़सरों को संबंध में निर्देश दिए दिए गए हैं। निर्देश में कहा गया है कि इलाके के दो या अधिक स्थानों को चिन्हित कर मॉक ड्रिल किया जाये। इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाला सायरन बजाने और ब्लैक आउट की मॉक ड्रिल की जाए।

मॉक ड्रिल में कौन से कदम उठाए जाएंगे?

  1. हवाई हमले की चेतावनी सायरन को सक्रिय किया जाएगा।
  2. आम नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा कि अगर किसी तरह का हमला हो जाए, तो वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें।
  3. ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी। यानी जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर दी जाए ताकि दुश्मन को कोई लक्ष्य दिखाई न दे।
  4. महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने की जल्दी व्यवस्था की जाएगी।
  5. निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और उसका अभ्यास भी कराया जाएगा।