17 Died In Vadodara Bridge Collapse: बुधवार (9 जुलाई) सुबह गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बना पुल ढह गया था। यह हादसा पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव के पास हुआ, जहां 4 दशक पुराने पुल का 10 से 15 मीटर का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए। यह पुल गुजरात के आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता है। इस हादसे में कुल 2 ट्रक, 2 कार, 1 रिक्शा और 1 बाइक नदी में गिरे थे। हादसे के बाद कई लोगों को रेस्क्यू टीम द्वारा सुरक्षित बचाया गया। जबकि 17 लोगों की मौत हो गई। वहीं, अधिकारियों के अनुसार कम से कम 1 व्यक्ति अभी भी लापता है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बड़ोदरा पुल हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश पर घटना के दूसरे दिन सड़क एवं भवन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय टीम जांच के लिए पहुंची। जांच समिति में मुख्य अभियंता सी.पी पटेल और एन. के. पटेल, अधीक्षण अभियंता के. एम. पटेल, एम. बी. देसाई और एन. वी. राठवा भी शामिल हैं। वहीं, NDRF सहित रेस्क्यू टीम का तलाशी अभियान गुरुवार सुबह भी जारी रहा। जिला कलेक्टर अनिल धमेलिया सहित कई अधिकारी गुरुवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे और अभियान का निरीक्षण किया। गुरुवार सुबह 2 और शव मिलने के साथ हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 17 पहुंच गई।
हादसे में एक केमिकल से भरा टैंकर पुल के टूटे हिस्से में अटक गया था। बचाव अभियान के दौरान, रेस्क्यू टीम के लिए डूबे हुए लोगों और वाहनों की तलाश के अलावा, यह भी चुनौती बनी रही कि रासायनिक टैंकर से कोई नुकसान न हो। गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (GPCB) के अधिकारियों ने गुरुवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया। जिला कलेक्टर ने जरूरत पड़ने पर ढहे हुए हिस्से को गिराने के निर्देश भी दिए हैं। टैंकर को सावधानी पूर्वक उतारना बड़ी चुनौती होगी। अगर टैंकर से केमिकल का रिसाव हुआ तो नदी का पानी प्रदूषित हो सकता है जो जलीय जीवों के लिए बड़ा खतरा होगा।
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था। समय-समय पर इसका रखरखाव किया जाता था। मंत्री ने कहा, घटना के पीछे के सटीक कारण की जांच की जाएगी। तस्वीरों में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ढहता हुआ दिखाई दे रहा है। स्लैब के ढहने से उस पर से गुजर रहे वाहन नदी में गिर गए। लगभग 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे हैं और यह गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है।