पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह से नीचे कूदे यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटका एक्सप्रेस ने रौंदा, अब तक 12 की मौत और कई गंभीर रूप से घायल।

पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह से नीचे कूदे यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटका एक्सप्रेस ने रौंदा, अब तक 12 की मौत और कई गंभीर रूप से घायल।

Jalgaon Train Accident: महाराष्ट्र के जलगांव में परधाड़े रेलवे स्टेशन पर पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैली थी, जिसके बाद हड़बड़ाहट में यात्री चेन पुलिंग कर चलती ट्रेन से पटरी पर कूदने लगे। जब तक यात्री कुछ और सोच पाते तब तक कर्नाटका एक्सप्रेस ने 1 दर्जन यात्रियों को मौत के घाट उतार दिया।

दरअसल, ब्रेक लगने पर पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) के पहियों से धुंआ निकला था, जिसको देखकर यात्री भय में आ गए। उन्हें लगा की ट्रेन में आ लग गई है। जैसे ही यात्रियों में इसकी अफवाह फैली, वे कोच से बाहर कूदने लगे। जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां शॉर्प टर्न था। जिसके कारण ट्रैक पर मौजूद पुष्पक एक्सप्रेस के यात्रियों को कर्नाटक एक्सप्रेस (Karnataka Express) के आने का पता ही नहीं चला। रेलवे अधिकारियों ने भी हादसे की पुष्टि की है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने भी हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने X पर अपनी पोस्ट में लिखा कि जलगांव जिले के पचोरा के पास दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कुछ लोगों की जान चली गई है। यह बहुत दर्दनाक है। हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने हादसे में घायलों और मृतकों के परिजनों के लिए वित्तीय सहायता का एलान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जलगांव जिले में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में मरने वालों के परिवारों को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, और राज्य सरकार घायलों का पूरा खर्च भी वहन करेगी। मैं भगवान से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करता हूं।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने जलगांव रेल हादसे पर कहा, “जलगांव में हुए हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है, कई लोग घायल हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने स्थिति की पूरी जानकारी ली है, मैंने जिला अधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारी से बात की है। बचाव अभियान जारी है, घायलों का इलाज चल रहा है। हमारी प्राथमिकता घायलों का जल्द से जल्द इलाज कराना है।”