नवग्रहों के सेनापति मंगल ने 13 सितंबर की शाम 43 दिनों के लिए शुक्र की राशि तुला में किया प्रवेश, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।

नवग्रहों के सेनापति मंगल ने 13 सितंबर की शाम 43 दिनों के लिए शुक्र की राशि तुला में किया प्रवेश, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।
September 13, 2025 at 9:23 pm

मंगल का तुला राशि में गोचर 2025: ऊर्जा, जोश, साहस, पराक्रम, युद्ध और रक्त के कारक ग्रह भूमि पुत्र मंगल ने 13 सितंबर, 2025 की शाम 08:25 बजे तुला राशि में प्रवेश कर लिया। मंगल 26 अक्टूबर, 2025 तक तुला राशि में ही रहेंगे। इन 43 दिनों के लिए तुला राशि के मंगल के साथ शनि का षडाष्टक योग बनेगा जो अच्छा नहीं माना जा सकता। ऐसे में अग्नि (मंगल) और वायु (तुला राशि) मिलेगी जिससे दुनिया भर में युद्ध और तनाव की स्थिति बढ़ने के योग बनेंगे। आइए जानते हैं मंगल का तुला राशि में गोचर (Mars Transit In Libra) का सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।

मेष राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातकों की कुंडली में मंगल पहले और 8वें भाव के स्वामी होते हैं। मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा जो दांपत्य जीवन के लिए तो अच्छा नहीं है लेकिन व्यापार में विदेश से लाभ के योग बनाएगा। व्यर्थ की यात्राएं टाल दें। व्यापार में नई डील करते समय सजग रहें। साझेदारों के साथ कारोबार में आपको संयमित व्यवहार रखना होगा नहीं तो आपसी मतभेद बढ़ सकता है। आर्थिक लेन-देन में समझदारी से काम लें। भाइयों और दोस्तों के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं।

वृषभ राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल 7वें और 12वें भाव के स्वामी होते हैं। लंबी यात्रा पर अधिक खर्च हो सकता है। वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर छठे भाव में होगा। इस दौरान कर्ज लेने से बचें और स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहें। विरोधी और शत्रुओं से भी सावधान रहना होगा। मान-सम्मान बढ़ने का समय है।

मिथुन राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में मंगल 6वें और 11वें भाव के स्वामी होते हैं। मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर पंचम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत है। उदर विकार की संभावना के योग हैं। भूमि क्रय की इच्छापूर्ति संभव है।

कर्क राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा जो मिश्रित फल देगा। पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का योग है। प्रतिकूल व्यक्तियों के साथ संगत बढ़ सकती है। स्वभाव में सौम्यता रखें। माता के इलाज पर धन खर्च हो सकता है। कार्य क्षेत्र में प्रभाव और सम्मान बढ़ने के योग बन रहे हैं।

सिंह राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

सिंह राशि वालों की कुंडली में मंगल चौथे और 9वें भाव के स्वामी होते हैं। मंगल के तुला राशि में गोचर करने से सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर तीसरे भाव में होगा जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। लेकिन छोटे भाई बहिनों से मतभेद बढ़ सकते हैं। गाड़ी सावधानी से चलाएं। चोट लगने की भी संभावना है इसलिए आपको जल्दबाजी से बचना चाहिए।

कन्या राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और 8वें भाव के स्वामी होते हैं। कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर दूसरे भाव में होगा जो खर्च बढ़ाएगा। पैतृक संपत्ति को लेकर घर में विवाद हो सकता है। धैर्य से काम लें। वाहन सावधानी से चलाएं।

तुला राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातकों की कुंडली में मंगल दूसरे और 7वें भाव के स्वामी होते हैं। तुला राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा जो स्वभाव में आक्रामकता ला सकता है। सोच समझकर ही निर्णय लें। अहंकार से बचें। कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव और सम्मान बढेगा। वैवाहिक जीवन में आपका क्रोध आग में घी का काम कर सकता है। जीवन साथी से दूरियां बन सकतीं हैं। इसलिए अपना व्यवहार संयमित रखें। रक्तचाप की समस्या से ग्रस्त हैं तो इस समय आपको अपना ध्यान रखना चाहिए।

वृश्चिक राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में मंगल पहले और 6वें भाव के स्वामी हैं। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा जो अच्छा नहीं माना जाता। क्रोध और आवेश आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। अनिद्रा की भी समस्या हो सकती है। फिजूलखर्ची से बचें, बहुत जरूरत पर ही लंबी यात्रा करें। भू-संपत्ति के मामलों में सावधानी बरतें।

धनु राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातकों की कुंडली में मंगल 5वें और 12वें भाव के स्वामी होते हैं। धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर एकादश भाव में होगा जो अधिकतर शुभ फल देगा। लेकिन बड़े भाई बहिनों से मतभेद हो सकते हैं। व्यापार में लाभ होने के योग हैं।

मकर राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातकों की कुंडली में मंगल चौथे और 11वें भाव के स्वामी हैं। मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर दशम भाव में होगा जो कार्यक्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल रखते हुए उन्नति की ओर संकेत करता है। कार्यक्षेत्र और दांपत्य जीवन प्रभावित हो सकता है, सावधानी बरतें। भूमि, भवन व वाहन की खरीदारी संभव है।

कुंभ राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और 10वें भाव के स्वामी हैं। मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर नवम भाव में होगा जो मिले जुले फल देगा। पराक्रम में वृद्धि करेगा और साझेदारी के कार्यों में सफलता दिलायेगा। आर्थिक लेनदेन का ध्यान रखें। व्यापार में बेहतर परिणाम मिलेंगे।

मीन राशि के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर का प्रभाव

मीन राशि वालों की कुंडली में मंगल दूसरे और 9वें भाव के स्वामी हैं। मीन राशि के जातकों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। यात्रा सावधानी से करें। वाहन सजगता से चलाएं। प्रेम प्रसंगों में विवाद के योग हैं। उदर विकार की संभावना बन सकती है। मंगल आपकी राशि से अष्टम भाव में होंगे और राशि में बैठे शनि के साथ षडाष्टक योग बनाएंगे। ऐसे मे आपको जोखिम लेने से बचना चाहिए। चोट चपेट लगने की आशंका रहेगी।

मंगल को शुभ करने के उपाय

मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए –

  1. गौवंश को गुड़ खिलाएं।
  2. बड़े भाई को सम्मान और छोटे को उपहार दें।
  3. बंदरों को चने और भूखे निर्धनों को मीठे रोठ खिलाएं।
  4. गाय को भींगी लाल मसूर की दाल खिलाएं।