सूर्य ने 16 अगस्त की देर रात बुध की उच्च राशि कन्या में किया प्रवेश, शनि के साथ मिलकर बना समसप्तक योग, जानें कौन होगा मालामाल और किसे रहना होगा सावधान?

सूर्य ने 16 अगस्त की देर रात बुध की उच्च राशि कन्या में किया प्रवेश, शनि के साथ मिलकर बना समसप्तक योग, जानें कौन होगा मालामाल और किसे रहना होगा सावधान?
September 19, 2025 at 5:15 pm

सूर्य का कन्या राशि में गोचर 2025: सूर्य ने कन्या राशि में (Sun Transit in Virgo) 16 अगस्त की देर रात करीब 2 बजे प्रवेश कर लिया है। शनि के मीन राशि में होने के कारण पिता पुत्र गृह आमने सामने होंगे और समसप्तक योग का निर्माण करेंगे। सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश से मेष, वृष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु सहित 6 राशियों के जातकों के लिए यह 1 महीने का समय आर्थिक लाभ और उन्नति का होगा। ज्योतिष में सूर्यदेव आत्मा, मान-सम्मान, उच्च पद, नेतृत्व क्षमता आदि के कारक माने गए हैं। आइए जानते हैं सूर्य के सिंह राशि में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले शुभ अशुभ प्रभाव।

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातकों के लिए पंचमेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर छठे भाव में होगा। छठे भाव में सूर्य अच्छा फल करते हैं। गुप्त शत्रु परास्त होंगे। कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा रहेगा। नौकरीपेशा जातकों इस दौरान लाभ और प्रमोशन के योग बनेंगे। खर्चों पर नियंत्रण रखें।

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों के लिए चतुर्थेश सूर्य का सिंह राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो सकते हैं। सूर्य शनि समसप्तक होने के कारण संतान को चोट दुर्घटना से बचाएं।

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों के लिए तृतीयेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा। जो पारिवारिक समस्याओं को बढ़ाने वाला हो सकता है। माता से सहयोग मिलेगा। अथक प्रयास के बाद भूमि, वाहन की प्राप्ति संभव है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के लिए द्वितीयेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर तृतीय भाव में होगा। तृतीय भाव में सूर्य अच्छा फल देते हैं। जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। कार्यक्षेत्र में किए गए निर्णय निश्चय ही सफलता दिलाएंगे। परिवार में छोटे भाइयों से दूरी बढ़ सकती है।

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

सिंह राशि के जातकों के लिए लग्नेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। बड़े परिश्रम के बाद ही धन संचय संभव है। दाहिनी आंख में कष्ट हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातकों के लिए द्वादशेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर प्रथम भाव (लग्न) में होगा। इस दौरान आपके आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में बढ़ोतरी होगी। जो निश्चय ही सम्मान दिलाएगा। सरकार से मिलने वाले सहयोग में वृद्धि होगी। शनि के साथ समसप्तक योग दाम्पत्य जीवन में कठिनाई ला सकता है। इस दौरान साझेदारी में नया काम शुरू न करें।

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातकों के लिए एकादशेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो जीवन में अधिक भागदौड़ और खर्च की ओर इशारा कर रहा है। लेकिन लाभेश का द्वादश भाव में बैठना विदेश से लाभ करा सकता है।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए दशमेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो हर ओर से सफलता दिलायेगा। आय के नए स्रोत बनाने में किए गए प्रयास सफल होंगे। इस दौरान कोई इच्छा पूर्ति हो सकती है। दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। किसी भी तरह का नशा करने से बचें।

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातकों के लिए नवमेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर, दशम भाव में होगा। जो किसी वरदान से कम नहीं है। राजनीति में शामिल लोगों के लिए भाग्य वृद्धि का योग है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता के योग बन रहे हैं। किसी प्रशासनिक कार्य के पूरे होने का समय है। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। जमीन जायदाद लेते समय सावधानी बरतें।

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातकों के लिए अष्टमेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य और आध्यात्म में वृद्धि करेगा। कड़ी मेहनत के बाद सफलता के योग बनेंगे। धार्मिक कार्यों में अधिक समय व्यतीत होगा।

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तमेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो स्वास्थ्य के प्रति चिंताओं का बढ़ाएगा। पैतृक संपत्ति की प्राप्ति संभव है। समाज में सम्मान मिलने के योग बनेंगे। बिना सोचे समझे किसी को धन ना दें।

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव

मीन राशि के जातकों के लिए षष्ठेश सूर्य का कन्या राशि में गोचर सातवें भाव में होगा। दांपत्य जीवन में कुछ कड़वाहट आ सकती है। कार्य व्यापार में उन्नति के योग हैं। लेकिन इस अवधि में साझेदारी के व्यापार को शुरू करने से बचें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।

सूर्य के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय

सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए –

  1. नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  2. पिता का सम्मान करें।
  3. आदित्य स्तोत्र का पाठ करें।
  4. तांबा, गुड़, गेहूं, मसूर दाल का दान करें।
  5. रविवार का व्रत करें। इस व्रत में नमक का सेवन न करें।